लखनऊ - कायस्थ संघ अंतर्राष्ट्रीय के तत्वावधान में गोमतीनगर स्थित संस्था के प्रदेश कार्यालय पर लोकनायक व कायस्थ गौरव जयप्रकाश नारायण की 119वीं जयंती मनायी गयी। इस अवसर पर संस्था के पदाधिकारियों ने उनके चित्र पर माल्यार्पण किया और उन्हें अपनी पुष्पांजलि दी। इस मौके पर राष्ट्रीय अध्यक्ष दिनेश खरे ने कहा कि कायस्थ समाज में जन्मे नेताओं की बात की जाये तो दोनों नेता अपनी-अपनी जगह सर्वश्रेष्ठ साबित हुए। अगर लाल बहादुर शास्त्री ने प्रधानमंत्री जैसे पद पर पहुंच कर भी ईमानदारी व शुचिता का सर्वश्रेष्ठ उदाहरण प्रस्तुत किया तो लोकनायक जयप्रकाश नारायण ने श्रमिक वर्ग की समस्याओं से चिंतित होकर मार्क्स को पढ़ा और उनके समाजवाद से प्रभावित हुए। उन्होंने गांधी के सविनय अवज्ञा आंदोलन से लेकर आंदोलन शुरू किया तो आपात काल का विरोध भी किया। जेपी ने बिहार से जो आंदोलन शुरू किया वह पूरे देश में फैला और इंदिरा गांधी की सरकार तक इसके चलते चली गयी। लोकनायक जेपी के चलते ही देश में पहली बार 1977 में गैर कांग्रेसी सरकार बनी। उन्होंने कहा कि आज कायस्थों के लिए गौरव का दिन है। कायस्थों के गौरव जय प्रकाश नारायण के नाम पर एक पार्क व स्मारक बनाने की भी मांग संस्था की ओर से की गयी।
संस्था के उपाध्यक्ष संजय अस्थाना ने भी उनकी जीवन गाथा से प्रेरणा लेकर आज के युवकों को आगे बढ़ने की सलाह दी। इस मौके पर संस्था के तमाम पदाधिकारी उपस्थित थे ।