एमडीए के तहत 5 लाख 72 हजार लोगों को खिलाई गई फाईलेरिया की दवा



बाराबंकी -  फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत स्वास्थ्य विभाग द्वारा जनपद में चलाए जा रहे पन्द्रह दिवसीय मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन अभियान में आज दूसरे दिन 5.72 लाख से ज्यादा लोगों को फाइलेरिया से बचाव के लिए दवा की खुराक दी गई। यह अभियान  22 नवंबर से 7 दिसंबर  तक चलेगा।

अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं अभियान के नोडल अधिकारी डॉ डीके श्रीवास्तव ने बताया गया  जिले में एमडीए अभियान  के दूसरे दिन अभी 5 लाख 72 हजार 280 लोगों ने  डीईसी एवं अल्बेंडाजॉल की गोली  खिलाई गई । उन्होंने बताया  इस अभियान में जिले की 37 लाख 65 हजार जनसंख्या को आच्छादित करने के लिए 6 हजार 500 एडमिनिस्ट्रेटर व 418 सुपरवाइजर लगाये गये है। टीम घर-घर भ्रमण कर जीरो  से 2 वर्ष के बच्चे, गर्भवती, महिलाएं, अत्यधिक वृद्ध एवं बीमार व्यक्ति को छोड़कर सभी को आयु वर्ग के अनुसार दवा की गोली का सेवन करायेगी। यह अभियान सप्ताह में सोमवार, मंमलवार, बृहस्पतिवार व शुक्रवार  को  चलेगा। वही इन चार दिवस के दौरान छूटे लाभार्थियों को दवा रविवार को खिलाई जायेगी ।

एसीएमओ डॉ श्रीवास्तव ने दवा सेवन के उपरांत बताया कि अगर किसी व्यक्ति को प्रतिकूल प्रभाव जैसे जी मिचलाना उल्टी घबराहट आज परिलक्षित होते हैं तो भ्रमण कर रही टीम को तत्काल सूचित करें ताकि आरआर टीम द्वारा तत्काल सेवा प्रदान की जा सके। एमडीए अभियान के तहत जनपद में प्रतिदिन 10 प्रतिशत लक्षित आबादी को कवर कर जोरशोर से दवा का सेवन कराया जा रहा है। इसके साथ ही फाइलेरिया बीमारी के बारे में लोगों को जागरूक कर अभियान को सफल बनाने की अपील की जा रही है।

डीएमओ डा अविनाश कुमार का कहना है कि बीमारी के लक्षणों की पहचान लंबे समय में होती है। इसलिए ऐसा कोई नहीं कह सकता कि उसे फाइलेरिया नहीं हो सकता है। दवा के सेवन से फाइलेरिया से मुक्त हुआ जा सकता है। फाइलेरिया के लक्षण नहीं दिखने पर भी इस दवा का सेवन जरूरी है। इसका कोई साइड इफैक्ट नहीं है और यह दवा सभी लोगों को खानी है।