लखनऊ सेफ सिटी के इण्टीग्रेटेड स्मार्ट कण्ट्रोलरूम को मिला सिल्वर अवार्ड



  • पुलिस महानिदेशक विजय कुमार ने वीमेन पावर लाइन 1090 व समस्त टीम दी बधाई
  • महिलाओं की सुरक्षा के लिए शहर में लगाए जा रहे एक हजार सीसीटीवी कैमरे
  • देश के आठ महानगरों में चल रही सेफ सिटी परियोजना, लखनऊ भी इसमें शामिल
  • आने वाले दिनों में महिलाओं की सुरक्षा होंगी चाक चौबंद

लखनऊ(डेस्क) - पुलिस महानिदेशक विजय कुमार द्वारा लखनऊ सेफ सिटी के इण्टीग्रेटेट स्मार्टम कण्ट्रोलरूम आईएससीआर को वर्ष 2023 का ईटी गवर्नमेंट डिजीटेक सिल्वर अवार्ड मिलने पर अपर पुलिस महानिदेशक वीमेन पावर लाइन 1090 व समस्त टीम को शुभकामनाएं दी गई। द इकोनामिक टाइम्स द्वारा भारतवर्ष में सरकारी संस्थाओं द्वारा डिजिटल तकनीकी में किये जा रहे नवाचारों में से प्रतिवर्ष उत्कृष्ट प्रयासों को सम्मानित किया जाता है। इसी क्रम में लखनऊ सेफ सिटी के इण्टीग्रेटेड स्मार्ट कण्ट्रोलरूम (आईएससीआर) को वर्ष 2023 का ईटी गवर्नमेन्ट डिजीटेक सिल्वर' अवार्ड प्रदान किया गया। वहीं गोल्ड अवार्ड सूरत को मिला है। यह अवार्ड इस लिए दिया गया क्योंकि यूपी पुलिस लखनऊ में महिलाओं की सुरक्षा के लिए कई बड़े कदम सेफ सिटी परियोजना के तहत उठाया है। जिसकी देशभर में सराहना हो रही है।

महिलाओं की सुरक्षा सुदृढ़ किये जाने के उद्देश्य से वूमेन सेफ्टी डिवीजन, गृह मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा निर्भया फण्ड से देश के आठ महानगरों दिल्ली, मुम्बई, बैंगलोर, कलकत्ता, अहमदाबाद, चेन्नई, हैदराबाद और लखनऊ में सेफ सिटी परियोजना शुरू की गई है। लखनऊ सेफ सिटी परियोजना के अन्तर्गत महिला पुलिस कर्मियों द्वारा संचालित पिंक पेट्रोल के लिए 100 पिंक स्कूटी व 10 पिंक एस.यू.पी. की व्यवस्था तथा महिला पुलिस कर्मियों द्वारा संचालित 100 पिंक पुलिस बूथों का निर्माण कराये गये हैं। ताकि महिलाओं से संबंधित समस्याओं से तत्काल निपटा जा सके।

वीमेन पावर लाइन 1090 सम्बन्धी प्रोजेक्ट के अन्तर्गत नये भवन का निर्माण, 1090 का यूपी-112 से इण्टीग्रेशन 1090 काल सेण्टर में 80 नये टर्मिनल्स की स्थापना, डाटा एनालिटिक्स सेन्टर की व्यवस्था, साइबर फॉरेन्सिक सुविधा की व्यवस्था तथा महिला सुरक्षा के सम्बन्ध में कुल 654.156 लोगों (पुलिस कर्मियों, सरकारी एवं व्यवसायिक प्रतिष्ठानों के कर्मचारियों, सुरक्षा गार्ड, छात्र, छात्राओं  व टीचर्स आदि) के प्रशिक्षण कराये गये । पिंक टायलेट तथा लाईटिंग सम्बन्धी प्रोजेक्ट्स के अन्तर्गत महिलाओं के लिए आधुनिक सुविधायुक्त 74 पिंक टायलेट्स का निर्माण, महिला सुरक्षा के लिए अंधेरे स्थानों पर प्रकाश व्यवस्था के लिए 3625 एलईडी लाइट्स व रिफलेक्टर लगाये गये हैं। आशा ज्योति केन्द्र के लिए नये भवन का निर्माण पांच रेस्क्यू वैन व एक एडमिनिस्ट्रेटिव वाहन आदि की व्यवस्था करायी गयी है। इण्टीग्रेटेड स्मार्ट कण्ट्रोलरूम तथा सेफ्टी मेजर्स इन सिटी बसेज सम्बन्धी प्रोजेक्ट्स के अन्तर्गत कण्ट्रोलरूम के लिए लालबाग में नये भवन का निर्माण जिसे स्मार्ट सिटी भवन से जोड़ा गया है। महिला सुरक्षा के दृष्टिगत शहर में 1000 सीसीटीवी कैमरे लगाये जा रहे हैं तथा कण्ट्रोलरूम में वीडियो वाल 40 बर्क स्टेशन, डाटा सेन्टर व स्टोरेज इत्यादि की व्यवस्था कर ली गयी है। 126 सिटी बसों में सुरक्षा उपकरणों (पैनिक बटन, सीसीटीवी कैमरे जीपीएस) का अधिष्ठापन कार्य प्रचलित है। डाटा संचार के लिए पिंक बूथों, पिंक पेट्रोल के वाहनों, रेस्क्यू वैन के लिए एमडीटी की व्यवस्था के साथ-साथ लखनऊ सेफ सिटी परियोजना के विविध घटकों को इण्टीग्रेटेड स्मार्ट कण्ट्रोलरूम से जोड़ा जा रहा है। यूपी-112,1090 तथा स्मार्ट सिटी लि. के कण्ट्रोलरूम भी सेफ सिटी के आईएससीआर से इण्टीग्रेट होंगे।

महिलाओं को सुरक्षित करना सेफ सिटी परियोजना का मुख्य लक्ष्य : अपर पुलिस महानिदेशक यातायात एवं वीमेन पावर लाइन 1090 अनुपम कुलश्रेष्ठ ने बताया कि लखनऊ सेफ सिटी का आईएससीआर में सीसीटीवी सर्विलान्स सिस्टम व आटीर्फीसियल इन्टेलीजेन्स बेस्ड एनालिटिक्स की मदद से महिला अपराध से सम्बन्धित लगभग 45 प्रकार की घटनाओं में आटो एलर्ट जनरेट होगा। यूजर फ्रेन्डली मोबाइल ऐप की मदद से आम जनमानस अपनी समस्याएं आसानी से आईएससीआर में ऑनलाइन दर्ज करा सकेंगें। इस योजना का मुख्य उद्देश्य है कि महिलाओं को सुरक्षा को शहर के अंदर सुनिश्चित करना है। जिस पर बहुत तेजी से काम चल रहा है। महिला अपराध पर नकेल कसने के लिए एक हजार सीसीटीवी कैमरों को इण्टीग्रेटेड स्मार्ट कण्ट्रोलरूम से जोड़ा जाएगा। ताकि हर समय मानीटरिंग की जा सके।