- 27 फाइलेरिया प्रभावित जिलों में चलेगा सर्वजन दवा सेवन अभियान
- 48 जिलों के सभी व पांच जिलों के 14 ब्लॉक में चलेगा कृमि मुक्ति अभियान
लखनऊ - प्रदेश में 10 अगस्त से शुरू होने वाले दो अलग-अलग अभियानों के तहत 15 करोड़ 24 लाख 16 हजार 320 आबादी को एलबेण्डाजॉल खिलाई जाएगी। यह दवा पेट से कीड़े निकालने के साथ शरीर को स्वस्थ रखने में सहायक साबित होती है। इस अभियान को सफल बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग के अलावा शिक्षा विभाग, बाल विकास एवं पुष्टाहार, पंचायती राज और महिला कल्याण विभाग से भी सहयोग लिया जा रहा है।
गुरुवार से प्रदेश के 27 फाइलेरिया प्रभावित जिलों में फाइलेरिया उन्मूलन के लिए सर्वजन दवा सेवन अभियान शुरू हो रहा है। इन जिलों में 8 करोड़ 23 लाख 90 हजार 459 लोगों को एलबेण्डाजॉल के साथ फाइलेरिया से बचाव की भी दवा खिलाई जाएगी। वहीं 10 अगस्त को कृमि मुक्ति दिवस मनाया जा रहा है। इसी के मद्देनजर 48 जिलों के सभी और पांच जिलों के 14 ब्लॉक में कृमि मुक्ति अभियान शुरू किया जा रहा है। इस अभियान के दौरान एक वर्ष से 19 वर्ष की आयु तक के सात करोड़ 25 हजार 861 बच्चों और किशोर-किशोरियों को एलबेंडाजॉल खिलाई जाएगी। डॉ अमित सिंह, संयुक्त निदेशक, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण ने बताया कि राजधानी लखनऊ में 21 लाख से अधिक बच्चों को दवा खिलाने का लक्ष्य निर्धारित है।
अपर निदेशक वेक्टर बोर्न डिजीज़, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग डॉ. भानु प्रताप सिंह कल्याणी ने बताया कि संक्रमित मच्छर के काटने से किसी भी आयु वर्ग में होने वाला यह संक्रमण लिम्फैटिक सिस्टम को नुकसान पहुंचाता है और अगर इससे बचाव न किया जाए तो इससे शारीरिक अंगों में असामान्य सूजन होती है। समुदाय की भागेदारी से प्रदेश से फाइलेरिया का उन्मूलन संभव है। उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी भी स्थिति में दवा का वितरण नहीं किया जाएगा। यह दवाएं खाली पेट नहीं खानी है। अभियान के दौरान सभी को फाइलेरिया रोधी दवा निर्धारित खुराक प्रशिक्षित स्वास्थ्यककर्मी बूथ व घर-घर जाकर अपने सामने खिलाएंगे।
डॉ मनोज शुक्ल, महाप्रबंधक, एनएचएम ने बताया कि कृमि मुक्ति के लिए उपलब्ध दवा एलबेण्डाजॉल पूरी तरह सुरक्षित है। यह दवा एक से 19 वर्ष के बच्चों व किशोर-किशोरियों को खिलाई जाएगी। 10 अगस्त को किन्हीं से कारणों से दवा खाने से छूट गए बच्चों को मापअप राउन्ड के दौरान 17 अगस्त को खिलाई जाएगी।