मिशन निरामया के तहत सैकड़ों लोगों को मिला रोजगार - ब्रजेश पाठक



  • एसजीपीजीआई में ए श्रेणी के नर्सिंग एवं पैरामेडिकल संस्थानों को दिया प्रशस्ति पत्र
  • टीचर्स एक्सीलेंस अवार्ड का हुआ आगाज

लखनऊ। मिशन निरामया के तहत सैकड़ों लोगों को रोजगार दिया गया है,नर्सिंग कोई पेशा नहीं बल्कि मानव सेवा का एक जरिया है। ‌प्रदेश में नर्सिंग और पैरामेडिकल के क्षेत्र में आगे बढ़ रहे हैं । यह जानकारी मंगलवार को एसजीपीजीआई में आयोजित स्टेट फैकल्टी कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने अपने संबोधन के दौरान कही। उन्होंने ए श्रेणी के नर्सिंग एवं पैरामेडिकल संस्थानों का प्रशस्ति पत्र वितरण एवं निरामया गौरव, नर्सिंग टीचर एक्सीलेंस अवार्ड वितरित किया। साथ ही उन्होंने कहा कि आयुष्मान कार्डों को युद्ध स्तर पर तैयार कराया जा रहा है। एक जनपद-एक मेडिकल कॉलेज के तहत प्रदेश में व्यापक स्तर पर कार्य जारी है। नियमित रूप से नर्सिंग एवं पैरामेडिकल क्षेत्र में भर्तियां की जा रही हैं।

डिप्टी सीएम ने कहा कि पिछले वर्ष आठ अक्टूबर को मुख्यमंत्री ने मिशन निरामया के तहत नर्सिंग एवं पैरामेडिकल के क्षेत्र में कॉलेजों की ग्रेडिंग व्यवस्था का शुभारंभ किया था। इन्हे ए ग्रेड संस्थानों को सम्मानित किया जा रहा है। जिसमें कॉंटिनियस नर्सिंग प्रोफेशनल डवलपमेंट प्रोग्राम' की शुरुआत की गई है। उत्तर प्रदेश नर्सिंग पेशे के लिए इतना व्यापक कार्यक्रम लागू करने वाला भारत का पहला राज्य बनने जा रहा है। इस अभियान के तहत कार्यशालाएं, सेमिनार, वेबिनार और कौशल प्रदर्शन कार्यक्रमों का संचालन किया जाएगा। डिप्टी सीएम ने जानकारी दी कि 'निरामया गौरव' के अंतर्गत नर्सिंग शिक्षक उत्कृष्ता पुरस्कार लॉंच किया जा रहा है। मिशन निरामया की वेबसाइट भी शुरू की गई। कार्यक्रम में स्वास्थ्य राज्यमंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह, प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा आलोक कुमार, महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा किंजल सिंह, एसजीपीजीआई के निदेशक डॉ. आरके धीमान समेत अन्य चिकित्सक मौके पर मौजूद रहे।