एचआईवी/एड्स के प्रति जागरूकता के लिए दौड़ा लखनऊ



  • उप्र राज्य एड्स नियंत्रण सोसायटी के तत्वावधान में मैराथन-‘रेड रन उत्तर प्रदेश’ आयोजित
  • जल, जंगल, जमीन व जिन्दगी को सुरक्षित बनाने के लिए प्लास्टिक मुक्त समाज बनाएं : डॉ. हीरा लाल

लखनऊ । राजधानी की अलसायी सुबह के करीब छह बजे का वक्त.... जनेश्वर मिश्रा पार्क के गेट नम्बर-4 पर सैकड़ों की तादाद में छात्र-छात्राओं और ट्रांसजेंडर का जमावड़ा । इनके चेहरे पर तैर रही खुशियाँ साफ़ कह रहीं थीं आज की सुबह कुछ खास होने वाली है। इनका मकसद सिर्फ एक था, अपने जिले, प्रदेश और देश के लोगों को एचआईवी/ एड्स से महफूज करना। इसके प्रति जागरूकता के लिए उन्होंने 10 किलोमीटर की दौड़ भी लगायी। इनकी हौसलाअफजाई के लिए जहाँ एक ओर प्रदेश के आला अधिकारी मौजूद थे वहीँ सैकड़ों की तादाद में राहगीर भी उनका उत्साहवर्धन कर रहे थे।

राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन (नाको) भारत सरकार के तत्वावधान में ‘यूथ फेस्ट’ कार्यक्रम के तहत सोमवार को उत्तर प्रदेश राज्य एड्स नियंत्रण सोसायटी द्वारा राज्यस्तरीय मैराथन ‘रेड-रन उत्तर प्रदेश’ का आयोजन किया गया। जनेश्वर मिश्रा पार्क के गेट नम्बर-चार  से आयोजित 10 किलोमीटर के मैराथन में 17 से 25 साल के छात्र-छात्राओं और ट्रांसजेंडर ने भाग लिया । रेड रन मैराथन का शुभारम्भ करते हुए उत्तर प्रदेश राज्य एड्स नियन्त्रण सोसायटी के अपर परियोजना निदेशक डॉ. हीरा लाल ने कहा कि एक वक्त था जब कोविड से भी अधिक भयावह स्थिति एड्स को लेकर थी। समय बदला और लोगों में जागरूकता आई जिससे एड्स पर नियन्त्रण पाया गया लेकिन इसको पूरी तरह से ख़त्म करने के लिए अभी और जागरूकता की जरूरत है । आज सुबह इतनी बड़ी तादाद में आपकी उपस्थिति यह एहसास जरूर दिलाती है कि हम जल्दी ही इसमें भी कामयाब होंगे। उन्होंने कहा- इलाज से बेहतर बचाव है, इसलिए जागरूक बनें और बीमारियों से बचें । इसके साथ ही उन्होंने जल, जंगल, जमीन के साथ ही जिन्दगी को सुरक्षित बनाने के लिए प्लास्टिक मुक्त समाज बनाने का आह्वान किया।

छात्र और छात्रा वर्ग के प्रथम दो-दो विजेता नेशनल मैराथन में भाग लेने जायेंगे गोवा :  मैराथन में पुरुष वर्ग (छात्र) के प्रथम विजेता अंकित शुक्ला रहे, जबकि दूसरे स्थान पर अमन वर्मा और तीसरे स्थान पर शिवम कुमार रहे। महिला वर्ग (छात्रा) में पहले स्थान पर साक्षी यादव, दूसरे स्थान पर वर्षा रानी और तीसरे स्थान पर दीपिका रहीं । ट्रांसजेंडर वर्ग में पहले स्थान पर सचिन गुप्ता उर्फ़ ख़ुशी, दूसरे स्थान पर हरीश और तीसरे स्थान पर मुन्ना जनानी रहे। छात्र-छात्रा वर्ग के पहले दो-दो विजेताओं को अगले महीने गोवा में होने वाले नेशनल मैराथन में भाग लेने के लिए यूपी स्टेट एड्स कंट्रोल सोसायटी ले जायेगी । इस मौके पर डॉ. हीरा लाल ने सोसायटी से कहा कि इन विजेताओं के खानपान का उचित प्रबंध किया जाए ताकि वह अच्छी तरह से अभ्यास कर नेशनल मैराथन में भाग ले सकें । 

नुक्कड़ नाटक के जरिये एचआईवी/एड्स के प्रति किया जागरूक : विविध सेवा संस्थान की नाट्य मण्डली ने आकर्षक अंदाज में एचआईवी के फैलने के चार प्रमुख कारणों के बारे में बताया, जो इस प्रकार रहे - एचआईवी संक्रमित खून से, एचआईवी संक्रमित सुई से, एचआईवी संक्रमित के साथ असुरक्षित यौन सम्बन्ध से और एचआईवी संक्रमित माँ से शिशु में गर्भावस्था के दौरान या प्रसव के दौरान। इससे बचने के लिए डिस्पोजल या विसंक्रमित सुई का उपयोग करें, कंडोम का सही और लगातार उपयोग करें, जांचा-परखा रक्त ही इस्तेमाल करें और एचआईवी संक्रमित गर्भवती प्रसव के दौरान उचित सावधानी रखकर शिशु को संक्रमण से बचा सकती हैं। कार्यक्रम का संचालन कर रहे आरजे प्रतीक ने लोगों से एचआईवी/एड्स से जुड़े सवाल भी पूछे और कुछ एक्टिविटी भी करायी। 

 इस मौके पर स्टेट एचआईवी-टीबी कोआर्डिनेटर डॉ. नरेंद्र सिंह, मद्य निषेध विभाग से राजीव श्रीवास्तव, यूपी स्टेट एड्स कंट्रोल सोसायटी के संयुक्त निदेशक रमेश श्रीवास्तव, डॉ. गीता अग्रवाल, अनुज दीक्षित के साथ ही सहयोगी संस्था यूपीएनपी प्लस, पाथ और सेंटर फार एडवोकेसी एंड रिसर्च (सीफार) के प्रतिनिधि उपस्थित रहे ।