घर के समीप ही टीबी की जांच के लिए मोबाइल वैन रवाना



  • बक्शी का तालाब ब्लॉक के 18 गाँव की कुल 43,814 जनसंख्या को करेगी आच्छादित
  • पिछले सप्ताह जिला कारागार में मोबाइल वैन के माध्यम से 42 बंदियों में टीबी की हुई पुष्टि

लखनऊ - निजी चिकित्सालय मेदांता द्वारा सीआरएस गतिविधि के तहत टीबी की जांच के लिए राष्ट्रीय क्षय(टीबी) उन्मूलन कार्यक्रम की टीम को मोबाइल वैन दी गई है जिसके माध्यम से माइक्रोप्लान बनाकर विभिन्न क्षेत्रों में घर के समीप ही संभावित टीबी रोगियों की जांच ट्रूनॉट मशीन व एक्सरे द्वारा की जा रही  है। इसी क्रम  में बुधवार को जिला क्षय रोग अधिकारी डा. ए.के.सिंघल ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बक्शी का तालाब(बीकेटी) से मोबाइल  वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

इस मौके पर जिला क्षय रोग अधिकारी ने कहा कि यह एक अच्छी पहल है। जिसमे संभावित मरीज को जांच के लिए घर से दूर नहीं जाना पड़ेगा।  यह सुविधा घर के समीप ही उसे मिलेगी। वैन में ट्रू नॉट और एक्सरे मशीन है जिसके माध्यम से टीबी की जांचकी जायेगी। जिला क्षय रोग अधिकारी ने कहा कि यह वैन दो से 29 नवंबर के मध्य बक्शी का तालाब ब्लॉक के 18 गाँव में जाकर संभावित टीबी रोगियों की जांच करेगी। इस दौरान यह मोबाइल वैन 43,814 की आबादी को आच्छादित करेगी। इन 18  गांवों में वर्तमान में  टीबी के कुल 44 सक्रिय केस हैं। इससे पहले 17 से 26 अक्टूबर के मध्य  कुल सात कार्यादिवसों में वैन द्वारा जिला कारागृह में 4443 बंदियों की स्क्रीनिंग की गई जिसमें से 326 बंदियों में टीबी के संभावित लक्षण पाए गए इनमें से 137 की ट्रूनॉट मशीन द्वारा जांच की गई और 189  का एक्सरे किया गया । जिसमे से 42  बंदियों में टीबी की पुष्टि हुई । सभी का इलाज शुरू कर दिया गया है ।

जिला क्षय रोग अधिकारी ने कहा कि इस पूरे कार्यक्रम  में  ग्राम प्रधानों का भी सहयोग लिया जाएगा। ग्राम प्रधान टीबी मुक्त पंचायत अभियान की अहम कड़ी हैं  और यह पूरी कवायद टीबी मुक्त पंचायत अभियान का ही एक हिस्सा है । उन्होंने कहा कि  साल 2025 तक देश से टीबी उन्मूलन का एक अहम हिस्सा अधिक से अधिक लोगों की स्क्रीनिंग कर, संभावित टीबी रोगियों की जांच कर टीबी रोगियों की पहचान करना है जिससे की उनका इलाज शुरू किया जा सके। अन्यथा यह टीबी रोगी अनजाने में ही अन्य लोगों को संक्रमित करेंगे ।

इस मौके पर सीएचसी अधीक्षक डा. जे.पी.सिंह, पीपीएम समन्वयक रामजी वर्मा, बीसीपीएम डा.सब्बन अली, एसटीएलएस जन्मेजय सिंह, एस टीएस अजीत यादव, डा. शाहनवाज हुसैन, डा.अनिता, टीबी एचवी विवेक बाजपेई, लैब टेक्नीशियन मनीष कुमार,मेदांता सीएसआर से रंजन श्रीवास्तव, नीरज शर्मा, मोबाइल वैन में मेदांता सीएसआर की उप प्रबंधक खुशबू और नर्सिंग असिस्टेंट विशाल रावत मौजूद रहे ।