सातवें दीपोत्सव में छठवीं बार गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में नाम दर्ज कराने की तैयारी



  • कुलपति ने पांच दीए जलाकर दीपोत्सव की सफलता के लिए मनोकामना की
  • दीपोत्सव समिति के संयोजक की निगरानी में 51 घाटों पर पहुॅचाएं गए दीए

अयोध्या। डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के कौटिल्य प्रशासनिक भवन के सभागार में प्रातः कुलपति प्रो प्रतिभा गोयल ने प्रान्तीयकृत दीपोत्सव में विश्व कीर्तिमान बनाने के लिए प्रभु श्रीराम के चित्र के समक्ष पांच दीए जलाकर मनोकामना की। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मंशानुरूप दीपोत्सव को अलौकिक बनाने के लिए आवासीय परिसर, सम्बद्ध महाविद्यालयों, इण्टर कालेजों एवं स्वयंसेवी संस्थाओं के 25 हजार से अधिक वालंटियर्स लगाये गए है। इनकी मदद से 51 घाटों पर 24 लाख दीए प्रज्ज्जवलित करेंगे। इसकी तैयारियां में गठित समितियां घाटों पर सक्रिय हो गई है। पिछला रिकार्ड तोड़ते हुए पुनः गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में नाम दर्ज करेंगे।

दीपोत्सव की सफलता के लिए नोडल अधिकारी प्रो. संत शरण मिश्र, कुलसचिव डॉ. अंजनी कुमार मिश्र, वित्त अधिकारी पूर्णेंन्दु शुक्ला, परीक्षा नियंत्रक उमानाथ, प्रो सिद्धार्थ शुक्ल, मीडिया प्रभारी डॉ विजयेन्दु चतुर्वेदी सहित अन्य भी मनोकामना की। दूसरी ओर दीपोत्सव को तैयारियों को लेकर कुलपति के दिशा-निर्देशन में परिसर से प्रातः 10 बजे यातायात समिति के संयोजक प्रो.अनूप कुमार, डॉ. सुरेन्द्र मिश्र की देखरेख में बसों से वालंटियर्स को राम की पैड़ी के लिए रवाना किया गया। जय श्रीराम उद्घोष के साथ वालंटियर्स का दीपोत्सव के प्रति उत्साह देखते ही बन रहा है। करीब एक हजार वालंटियर्स एवं विवि के कर्मी राम की पैड़ी के घाटों पर स्टोर किए गए पांच-पांच सौ दीए के गत्ते घाटों पर रखवाने शुरू किए गए। वितरण एवं सामग्री समिति के संयोजक प्रो सिद्धार्थ शुक्ला व प्रो गंगाराम मिश्र की निगरानी में घाटों पर दीए की सप्लाई प्रातः से ही शुरू कर दी गई। देर रात तक 51 घाटों पर 24 लाख दीए की सप्लाई पूरी हो जायेगी।

दीपोत्सव नोडल अधिकारी प्रो. संत शरण मिश्र ने बताया कि दीपोत्सव की भव्यता के लिए घाटों पर दीए के गत्ते पहुॅचने शुरू हो गए है। 08 नवम्बर से प्रातः 10 बजे से वालंटियर्स द्वारा 24 लाख दीए दीपोत्सव मार्किंग स्थलों पर बिछाने का कार्य शुरू करेंगे, जो 09 नवम्बर चलेगा। 10 नवम्बर को दीपों की गणना की जायेगी। 11 नवम्बर को वालंटियर्स द्वारा दीपों में तेल डालने, बाती लगाने के साथ देर शाम प्रज्ज्वलित करेंगे।

नोडल अधिकारी ने बताया कि दीपोत्सव तक वालंटियर्स के लिए विवि परिसर से बसे लगाई गई है जो प्रातः 8 बजे रवाना की जायेगी व शाम तय समय पर वापस आयेगी। सभी वालंटियर्स को आईकार्ड के साथ रहना अनिवार्य है। इन्हें टी-शर्ट व कैप वितरित कर दिया गया है। कुलपति द्वारा दीपोत्सव की गठित समितियों को दिशा-निर्देश प्रदान कर दिया गया है। सभी समितियां अपने कार्यदायित्वों का निवर्हन करते हुए वालंटियर्स की मदद से पुनः गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में नाम दर्ज करेंगे।