- ऊर्जा मंत्री ने विद्युत विभाग के कार्यों की समीक्षा की
लखनऊ । प्रदेश सरकार विद्युत उपभोक्ताओं के हितों को ध्यान में रखकर विद्युत बिलों के बकाये पर सरचार्ज में छूट की अब तक की सबसे महत्वपूर्ण एकमुश्त समाधान योजना (ओटीएस) का लाभ 08 नवम्बर, 2023 से दे रही है। इस योजना का 31 दिसम्बर, 2023 तक उपभोक्ता लाभ ले सकेंगे। अभी तक 2.32 लाख उपभोक्ताओं ने योजना के तहत पंजीकरण कराकर 180 करोड़ रूपये से अधिक का बकाया चुकाया है। इस योजना में छोटे घरेलू उपभोक्ताओं और किसानों को सरचार्ज में शत-प्रतिशत की छूट दी जा रही, उपभोक्ताओं की सुविधा हेतु किश्तों में भुगतान का विकल्प भी दिया गया है। साथ ही बिजली चोरी के मामले में जुर्माने पर 65 प्रतिशत की छूट दी जा रही है। ओटीएस योजना के पहले चरण में 08 से 30 नवम्बर, 2023 तक बकायेदार उपभोक्ताओं को सर्वाधिक छूट दी जा रही है। ऊर्जा मंत्री ने सभी उपभोक्ताओं से अनुरोध किया है कि बकाये से मुक्ति के लिए योजना के तहत शीघ्र पंजीकरण कराकर लाभ लें और अपने बकाये के झंझट से हमेशा के लिए मुक्ति पाएं।
नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ए के शर्मा आज शक्ति भवन में सभी डिस्काम के साथ ओटीएस योजना, आरडीएसएस योजना, विद्युत आपूर्ति और विकास कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने सभी डिस्काम के एमडी को निर्धारित शिड्यूल के अनुरूप बेहतर विद्युत आपूर्ति के सख्त निर्देश दिये और कहा कि प्रदेश में बिजली की कमी नहीं है, उपभोक्ताओं को अंधेरे में न रहना पड़े। उन्होंने कहा कि प्रदेश में छठ पूजा महापर्व की शुरूआत हो रही है। छठ पूजा घाटों और वहां के रास्तों पर बिजली की पर्याप्त एवं सुरक्षित व्यवस्था सुनिश्चित की जाय। श्रद्धालुओं को कहीं पर भी अंधेरे का सामना न करना पड़े। विद्युत पोलों पर करंट न हो इसकी भी सभी अधिकारी अपने क्षेत्रों में जांच कर लें। सभी छठ पूजा स्थलों पर ओटीएस योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार कराया जाय। रजिस्ट्रेशन के लिए स्टाल भी लगाये जाएं।
ऊर्जा मंत्री ने सख्त निर्देश दिया कि ओटीएस योजना के तहत 01 अप्रैल, 2023 से किसानों के निजी नलकूपों में सरचार्ज पर दी जा रही शत-प्रतिशत की छूट पर किसी भी प्रकार की गलतफहमी न फैलायी जाय, नहीं तो ऐसे अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने ओटीएस योजना का ज्यादा से ज्यादा प्रचार-प्रसार बढ़ाने के लिए बैनर, पोस्टर, छोटे पैम्फलेट, लाउडस्पीकर, मोबाइल संदेश व विज्ञापन आदि का भी प्रयोग करने को कहा।
उन्होंने सभी डिस्काम के एमडी को आरडीएसएस योजना के कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिये तथा कुशीनगर, बस्ती, सिद्धार्थनगर में कार्यों की धीमी प्रगति पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने गत माह चलाये गये अनुरक्षण कार्यों के अधूरे कार्यों को भी पूरा करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि सिद्धार्थनगर, कुशीनगर, महाराजगंज के साथ लखनऊ के बाहरी इलाकों में भी बांस-बल्ली के पोल में विद्युत लाइन दौड़ रही। इस व्यवस्था में शीघ्र बदलाव लाने का प्रयास करें। सभी एमडी, चीफ इंजीनियर, अधीक्षण अभियंता व अधिशासी अभियंता अपने क्षेत्र के जन-प्रतिनिधियों से जरूर मिलें, विद्युत व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए उनके सुझावों पर कार्य करें।
ऊर्जा मंत्री ने विगत दिनों बस्ती के कप्तानगंज एवं कुशीनगर दौरे के दौरान उपभोक्ताओं की आयी शिकायतों का संज्ञान लेकर बस्ती के मुख्य अभियंता को सख्त निर्देश दिये कि गांवों में विद्युत आपूर्ति की व्यवस्था को बेहतर करें, कहीं से भी शाम को व्यवधान की शिकायतें न आएं।
बैठक में चेयरमैन श्री आशीष गोयल, एमडी पारेषण एवं वितरण पी गुरू प्रसाद, एमडी यूपीपीसीएल पंकज कुमार उपस्थित थे तथा सभी डिस्काम के एमडी एवं मुख्य अभियंता ने वर्चुअल प्रतिभाग किया।