यूनिसेफ उत्तर प्रदेश प्रमुख डॉ ज़कारी ऐडम ने दी विश्व बाल दिवस की शुभकामनाएँ और सभी से बच्चों के अधिकारों के चैंपियन बनने की अपील



  • इस अवसर पर प्रदेश के सभी सरकारी विद्यालयों में किया जा रहा ‘हर बच्चे के लिए हर अधिकार’ कैम्पैन का आयोजन
  • देश की बड़ी इमारतों सहित लखनऊ की प्रमुख इमारतों को बाल अधिकारों के प्रति जागरूकता हेतु नीली रोशनी से सजाया गया

लखनऊ : उत्तर प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों में पावर एंजेल एवं बाल संसद के नेतृत्व में प्रत्येक बच्चे के लिए समानता और समावेश थीम  पर आधारित ‘हर बच्चे के लिए हर अधिकार’ कैम्पैन का आयोजन किया जा रहा है। यह कैम्पैन प्रदेश के सभी विद्यालयों में अंतर्राष्ट्रीय बाल दिवस के उपलक्ष्य में 18-25 नवंबर तक चलाया जाएगा जिसमें बाल अधिकार बैठक, बाल मेले, बाल फिल्म महोत्सव का आयोजन, बच्चों की स्वास्थ्य जांच, प्रतियोगिताएँ आदि गतिविधियां शामिल हैं।

20 नवंबर को संयुक्त राष्ट्र बाल अधिकार समझौते की वर्षगांठ, पूरी दुनिया में विश्व बाल दिवस  के रूप में मनाई जाती है। इसी दिन 1989 में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने बाल अधिकारों को अपनाने की घोषणा की थी।

यूनिसेफ उत्तर प्रदेश की संचार विशेषज्ञ सुश्री निपुण गुप्ता ने जानकारी दी कि उत्तर प्रदेश में विश्व बाल दिवस के अवसर पर बहुत से आयोजन किए जा रहे हैं जिसमें सरकारी स्कूलों में आयोजित होने वाले कैम्पैन के साथ प्रदेश के चार विश्वविद्यालयों के छात्रों द्वारा बाल अधिकारों से जुड़े विषयों पर बनाए गए एक्शन प्रोजेक्ट का सम्मान समारोह, रेडियो पर बच्चों द्वारा कार्यक्रम होस्ट कर किड्स टेकओवर, एवं ‘गो ब्लू’ कैम्पैन आदि शामिल हैं। उन्होंने कहा, “विश्व बाल दिवस  के व्यापक आयोजन का उद्देश्य बच्चों के जीवन को प्रभावित करने वाले सबसे महत्वपूर्ण मुद्दों को उठाने के साथ-साथ बाल अधिकारों को सुनिश्चित करने हेतु सरकार एवं समाज के प्रतिबद्ध प्रयासों को बढ़ावा देना है”।

विश्व की कई महत्वपूर्ण इमारतों सहित लखनऊ में हुसैनाबाद क्लाक टावर को 19 एवं 20 नवंबर को ‘गो ब्लू’ कैम्पैन के तहत नीली रोशनी से सजाया गया है। नीला रंग बाल अधिकारों का परिचायक है और ‘गो ब्लू’ अभियान के ज़रिए बाल अधिकारों के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाया जाता है।

यूनिसेफ उत्तर प्रदेश के प्रमुख, डॉ ज़कारी ऐडम ने कहा, “अंतर्राष्ट्रीय बाल दिवस बच्चों की एवं बच्चों के द्वारा आवाज बुलंद करने एवं सभी के द्वारा बाल अधिकारों के प्रति पुनरसमर्पित होने का दिन है। आइए इस बाल दिवस पर एक बार फिर हम सभी मिल कर बच्चों के अधिकारों को सुनिश्चित  करने के लिए चॅम्पियन बनें।”

डॉ ऐडम ने बताया कि इस वर्ष अंतर्राष्ट्रीय बाल दिवस के लिए यूनिसेफ द्वारा आईसीसी के साथ एक पार्ट्नर्शिप की गई है जिसके अंतर्गत विश्व के कई खिलाड़ियों द्वारा हर बच्चे के समान अधिकारों के लिए ‘बी अ चॅम्पियन’ की अपील की गई। इसी प्रयास के तहत गत माह में प्रदेश के कई बच्चों ने विश्व कप के मैच देखे एवं खिलाड़ियों से बात चीत भी की।

विश्व बाल दिवस 2023 का थीम -- “भेदभाव रहित समानता और समावेशन – हर बच्चे के लिए’(Gender Equality and Inclusion for every child) है।  बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए समान अवसर एवं समान अधिकार अनिवार्य हैं। बिना भेदभाव के हर वर्ग के बच्चे-बच्चियों को विकास की मुख्य धारा में लाकर ही सभी बच्चों के अधिकारों को सुनिश्चित किया जा सकता है ।