- भूमि संरक्षण अधिकारी विभागों से समन्वय बनाकर कार्यों को समय से पूरा करें : डॉ. हीरा लाल
- ग्रेटर शारदा सहायक समादेश क्षेत्र की समीक्षा बैठक
लखनऊ। ग्रेटर शारदा सहायक समादेश क्षेत्र के कार्यालय में समस्त भूमि संरक्षण अधिकारियों की विभागीय प्रगति समीक्षा बैठक मंगलवार को अध्यक्ष एवं प्रशासक ग्रेटर शारदा सहायक समादेश क्षेत्र विकास प्राधिकारी/परियोजना डॉ. हीरा लाल की अध्यक्षता में हुई ।
बैठक में अंजली सोनी मुख्य वित्तीय सलाहकार, संजय त्रिपाठी अधीक्षण अभियंता, मूलचन्द सैनी उप निदेशक मुख्यालय, देवेन्द्र प्रताप शुक्ल प्रभारी उप निदेशक कार्मिक एवं महेश चन्द्र प्रभारी उप निदेशक कार्मिक-2 ने एजेण्डा के अनुसार विभाग में सेवारत/सेवानिवृत्त कार्मिकों के लंबित सेवा संबंधी प्रकरणों को समय से पूर्ण करने हेतु निर्देशित किया। लेखा संबंधी मदवार बजट के व्यय/उपभोग की समीक्षा जिलेवार मुख्य वित्तीय सलाहकार द्वारा की गयी। सभी अधिकारियों से जिलेवार विभागीय सम्प्रेक्षण प्रस्तर एवं महालेखाकार प्रस्तर का समय से अनुपालन आख्या तैयार कर मुख्यालय पर निस्तारित करने हेतु निर्देशित किया गया। संजय त्रिपाठी संयुक्त निदेशक/अधीक्षण अभियन्ता द्वारा प्रक्षेत्र विकास कार्यो के अंर्तगत सर्वेक्षण/नियोजन कार्यो की समीक्षा की गयी। समीक्षा में पाया गया कि कुछ भूमि संरक्षण इकाइयों के पास सर्वेक्षण के लिए कुलाबें नही है तथा कुछ भूमि संरक्षण अधिकारियों द्वारा सर्वेक्षण नियोजन हेतु सिंचाई विभाग से 31-आईवी एवं सजरा मानचित्र उपलब्ध होने में समस्या उत्पन्न हो रही है। इसके लिये सभी को निर्देशित किया गया कि सिंचाई विभाग से समन्वय स्थापित कर उक्त कार्य समय से पूर्ण करना सुनिश्चित करें। इसी प्रकार से निष्पादित पक्की गूल के निर्माण के बारे में भूमि संरक्षण अधिकारीवार समीक्षा की गयी । समीक्षा के दौरान देखा गया कि कान्ट्रेक्टरों से सम्पर्क न होने के कारण प्रगति संतोषजनक नही है।
बैठक में कहा गया कि डा. हीरा लाल अध्यक्ष एवं प्रशासक द्वारा सभी अधिकारियों को मुख्यालय द्वारा दिये गये निर्देशों को समय से पूर्ण किया जाए । यह भी निर्देश दिये गए कि सभी अधिकारी जिले के
जिला प्रशासन, विकास विभाग व पुलिस विभाग के अधिकारियों व ग्राम प्रधान/जन प्रतिनिधि/लाभान्वित होने वाले कृषकों के साथ समन्वय स्थापित करें जिससे की प्रक्षेत्र विकास कार्यो के निप्पादन में सहयोग मिल सके और उसे समय से पूर्ण किया जा सके।