- पर्यटन मंत्री ने आपरेशनल होटल एवं रिसॉट्स के स्टार वर्गीकृत पोर्टल का किया शुभारम्भ
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने नये स्टार होटल वर्गीकरण पोर्टल का उद्घाटन करते हुए कहा कि होटलों के इस वर्गीकरण से उनकी एवं रिसॉटस गुणवत्ता, सेवाओं और समग्र सुविधाओं तथा अतिथि अनुभव के आधार पर किया गया है। इससे होटलों के कारोबार को गति मिलेगी। नई संशोधित वर्गीकरण प्रणाली में 05 अलग-अलग श्रेणियॉ शामिल की गयी हैं। उन्होंने कहा कि नई स्टार होटल वर्गीकरण प्रणाली के लाभ बहुआयामी हैं। इस प्रणाली के अंतर्गत मान्यता प्राप्त होटल कई प्रकार के प्रोत्साहनों के पात्र होंगे और उन्हें उद्योग मानक के तहत सब्सिडी और टैक्स का लाभ मिलेगा।
पर्यटन मंत्री आज पर्यटन विभाग के सभागार में न्यू स्टार वर्गीकरण प्रणाली के शुभारम्भ के अवसर पर सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पर्यटन विभाग ने प्रदेश के संचालित होटलों और रिसॉट्स के स्टार वर्गीकरण की मंजूरी के लिए एक नई स्टार वर्गीकरण प्रणाली शुरू की है। इसका उद्देश्य राज्य में अधिक होटल कमरों की उपलब्धता, बेहतर सुविधाओं के साथ हास्पिटेलिटी उद्योग में सुधार के साथ-साथ होटल और रिसॉट्स को उद्योग के बराबर सब्सिडी और प्रोत्साहन प्राप्त होगा।
जयवीर सिंह ने कहा कि उप्र अपने सांस्कृतिक विरासत एवं ऐतिहासिक स्थलों और जीवंत शहरों के लिए जाना जाता है। राज्य सरकार निरन्तर पर्यटन उद्योग को बढ़ावा दे रही है। नई संशोधित वर्गीकरण प्रणाली में 05 अलग-अलग श्रेणियॉ शामिल हैं। इनमे प्लेटिनम, डायमण्ड, गोल्ड, सिल्वर और ब्रॉन्ज जो होटल उद्योग की पारम्परिक स्टार रेटिंग है। क्रमशः 05 स्टार, 04 स्टार, 03 स्टार, 02 स्टार और 01 स्टार वर्गीकरण के अनुरूप है। जिसे पर्यटन मंत्रालय द्वारा निर्धारित किया गया है। यह संशोधित प्रणाली पर्यटकों के लिए चयन प्रक्रिया को और सरल बनायेगी।
इसके साथ ही होटलों के बीच उच्च सेवा मानकों को प्रोत्साहित करेगी। पर्यटन मंत्री ने कहा कि नई वर्गीकरण प्रणाली में प्रतिभाग और जानकारी के लिए यूपी पर्यटन विभाग ने अपनी अधिकारिक वेबसाइट पर न्यूनतम अपेक्षित शुल्क के साथ न्यू होटल स्टार वर्गीकरण सिस्टम में आवेदन करने के लिए एक समर्पित ऑनलाइन पोर्टल शुरू किया है। उप्र राज्य पर्यटन विकास निगम राज्य में न्यू स्टार होटल वर्गीकरण प्रणाली के क्रियान्वयन के लिए नोडल एजेंसी होगा। यह वर्गीकरण अधिक से अधिक पर्यटकों को आकर्षित करेगा, जिससे राज्य के हास्पिटेलिटी सेक्टर में निवेश को बढ़ावा मिलेगा।