लखनऊ , 22 जनवरी 2020-राष्ट्रीय फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत जिले में 17 फरवरी से 29 फरवरी तक फाइलेरिया की रोकथाम के लिए 10 दिवसीय विशेष फाइलेरिया अभियान चलाया जाएगा | इस अभियान की तैयारियों को लेकर बुधवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में प्रशिक्षकों के लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया |
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. नरेंद्र अग्रवाल ने कहा फाइलेरिया उन्मूलन के लिए केंद्र सरकार वचनबद्ध है और उसने सन 2020 तक देश को फाइलेरिया से मुक्त करने का लक्ष्य निर्धारित किया है | लखनऊ सहित 31 जनपदों में यह अभियान चलाया जाएगा | यह अभियान मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन(एमडीए) के तहत चलाया जा रहा है | जिले में इस रोग से ग्रस्त लोगों की स्थिति जानने के लिए आशा द्वारा घर-घर सर्वेक्षण किया गया | साथ ही में लोगों को जागरूक किया जा रहा है । अभियान के तहत लगभग 4000 स्लाइड बनाई जा चुकी हैं |
राष्ट्रीय वेक्टर जनित नियंत्रण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी एवं अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. के.पी.त्रिपाठी ने बताया - इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में शहरी व ग्रामीण सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों के अधीक्षक/ अधीक्षिका, सभी शहरी व ग्रामीण ब्लॉक के स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी, ब्लॉक समुदाय प्रक्रिया प्रबन्धक व फार्मसिस्टों को प्रशिक्षण दिया गया | प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद अब यह लोग अपने-अपने कार्यक्षेत्रों में गठित टीम के सदस्यों को फाइलेरिया के संबंध में प्रशिक्षण देंगे | डॉ. त्रिपाठी ने बताया – प्रशिक्षण केवल प्रशिक्षित व्यक्ति द्वारा ही दिया जाएगा | जिला मलेरिया अधिकारी डी.एन.शुक्ला ने बताया – यह अभियान 11 ग्रामीण सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों(सीएचसी), 8 शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों (सीएचसी) व 52 शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों (पीएचसी)सहित 71 इकाइयों पर चलाया जाएगा |
इस अवसर पर जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी योगेश रघुवंशी, जिला कार्यक्रम प्रबन्धक सतीश यादव, , जिला समुदाय प्रक्रिया प्रबन्धक विष्णु प्रताप,विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रतिनिधि, पाथ संस्था से डॉ. सुहैल अख्तर व प्रोजेक्ट कंसर्न इंटरनेशनल(पीसीआई) के जिला समन्वयक सुधीर वर्मा उपस्थित थे |