सीएमओ ने नौनिहालों को पिलाई विटामिन ए की खुराक



  • मां कांशीराम जिला चिकित्सालय से विटामिन ‘ए’ संपूरण कार्यक्रम का हुआ शुभारंभ
  • नौ माह से पांच साल तक के 3.80 लाख बच्चों को पिलाई जाएगी विटामिन ए की खुराक

कानपुर नगर - मां कांशीराम जिला संयुक्त चिकित्सालय एवं ट्रामा सेंटर से बुधवार को विटामिन-ए संपूरण कार्यक्रम की शुरुआत की गई। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ आलोक रंजन व जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ यूबी सिंह ने अभियान का शुभारंभ करते हुए बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाई। अभियान के तहत जनपद के सभी टीकाकरण सत्र स्थलों पर नौ माह से पांच वर्ष तक के बच्चों को विटामिन-ए की खुराक पिलाई गयी ।

इस मौके पर सीएमओ ने कहा कि बच्चों के संपूर्ण शारीरिक व मानसिक विकास के लि‍ए पहले घंटे के अंदर मां का पीला गाढ़ा दूध, छह माह तक सिर्फ स्तनपान व संपूर्ण टीकाकरण के साथ-साथ साल में दो बार विटामिन-ए खुराक पिलाना आवश्यक है। इसी को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की ओर से साल में दो बार इस अभियान का आयोजन किया जाता है। उन्होंने कहा, सभी माताएं जिनके बच्चे नौ माह पूर्ण कर चुके हैं, वह अपने बच्चों को विटामिन-ए की खुराक जरूर पिलाएं।

जिला प्रतिरक्षण अधिकारी (डीआईओ) डॉ यूबी सिंह ने बताया कि ‘विटामिन ए संपूरण’ कार्यक्रम 27 दिसम्बर से 27 जनवरी-24 तक मनाया जाएगा। इस दौरान जनपद के नौ माह से पाँच वर्ष तक के करीब 3.80 लाख बच्चों को विटामिन ए की खुराक दी जायेगी । अभियान में नौ से 12 माह के 23,393 बच्चों, एक से दो वर्ष के 88,153 और दो से पाँच वर्ष के 2.68 लाख बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाई जाएगी।

इस दौरान जिला चिकित्सालय के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक सहित सहयोगी संस्था विश्व स्वास्थ्य संगठन, यूएनडीपी, यूनिसेफ के प्रतिनिधियों सहित अन्य स्वास्थ्य अधिकारी मौजूद रहे।

क्यों पिलाएं विटामिन ए की खुराक : डीआईओ ने बताया कि शारीरिक विकास में विटामिन ‘ए’की महत्वपूर्ण भूमिका होती है इसीलिए सरकार द्वारा समय-समय पर बच्चों को यह खुराक पिलाई जाती है, जिससे बच्चों की प्रतिरोधक क्षमता अच्छी रहे और उनका शारीरिक विकास सही हो। उन्होंने बताया कि दांत, हड्डियां,त्वचा और नरम ऊतक को स्वस्थ रखने साथ ही आंखों को ठीक तरह से कार्य करने में विटामिन ए की जरूरत होती है। विटामिन ‘ए’ एंटीऑक्सीडेंट गुण होने के कारण प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करता है, जिससे बच्चे बीमारी से दूर रहते हैं इसकी कमी होने पर बच्चे को बार-बार संक्रमण होता है और उसका विकास भी बाधित होता है। उन्होंने बताया कि विटामिन ए की कमी के कारण आंखों और त्वचा संबंधी रोग भी जल्दी होते हैं इसीलिए विटामिन ए की यह खुराक सभी माता पिता अपने बच्चों को अवश्य पिलाएं।