साधनों से संपन्न व सुरक्षा में अभेद्य होगा तीर्थ क्षेत्र पुरम



आंदोलन में जीवन खपाने वालों के नाम पर हैं नगर
हर नगर में ओपीडी, दो नलकूप,वाटर टैंक होंगे
गली प्रमुख तैनात होंगे, तीन सौ वाहनों का पार्किंग स्थल होगा

अयोध्या। तीर्थ क्षेत्र पुरम यानि पुराना बाग बिजेसी में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट द्वारा बसाई जा रही टेंट सिटी को छह नगरों में बांटा गया है। इन नगरों के नाम मंदिर आंदोलन में जीवन खपाने वाले महापुरुषों के नाम पर रखे गये हैं। सुरक्षा और अन्य व्यवस्थाओं की देख रेख के लिए गली प्रमुख  तैनात करने की तैयारी चल रही है।

विश्व हिन्दू परिषद के केंद्रीय पदाधिकारी और तीर्थ क्षेत्र पुरम के प्रभारी कोटेश्वर जी बताते हैं कि परमहंस रामचंद्र दास,गोरक्ष पीठाधीश्वर महंत अवैद्यनाथ,बाबा राम अभिलाष दास वामदेव जी महाराज सहित वरिष्ठ पदाधिकारी रहे मोरोपंत पिंगले और ओंकार भावे के नाम पर नगरों के नाम हैं। प्रशासनिक भवन क्षेत्र को अशोक सिंघल परिसर नाम दिया गया है। प्रत्येक नगर में पानी आपूर्ति के लिए दो नलकूप के अतिरिक्त तीन तीन हजार लीटर का वाटर टैंक भी होगा। प्रत्येक नगर के लिए बारह हजार लीटर पानी का इंतजाम है।पूरे परिसर तक आवाज पहुंचाने के लिए ध्वनि विस्तारक की व्यवस्था है। केंद्रीय प्रसारण के अलावा हर नगर का अपना सूचना प्रसारण केन्द्र होगा ताकि भोजन जलपान के लिए बुलाया जा सके। पुस्तकों का स्टाल भी लगाया जाएगा। पुरम के पांच भोजनालय एक संस्था चलाएगी। यहां संतों के लिए चौदह सौ कमरे तैयार किए गए हैं। करीब तीन सौ वाहनों की पार्किंग के साथ ही चालकों को ठहराने का अलग इंतजाम है।

मौसम की नजाकत को देखते हुए हर नगर में ओपीडी स्थापित की गई है, दस शैय्याओं वाला अस्पताल तो है ही। कोटेश्वर के अनुसार बीएसएनएल , एयरटेल और जियो को मोबाइल टावर के लिए जगह आवंटित कर दी गई है।दो गाड़ियों से लैस नलकूप समेत फायर स्टेशन भी होगा। परिसर के प्रभारी गजेन्द्र जी बताते हैं बिजली आपूर्ति के लिए पुरम में तीन ट्रांसफार्मर होंगे। यहां के भोजनालय प्रभारी नवीन जी के अनुसार इस समय करीब तीन सौ लोगों का भोजन यहां बन रहा है।