लखनऊ/गोरखपुर । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज जनपद गोरखपुर में गोड़धोइया नाला प्रोजेक्ट के निर्माण कार्यों और प्रोजेक्ट के तहत निर्माणाधीन एसटीपी का निरीक्षण किया। उन्होंने गोड़धोइया नाला प्रोजेक्ट की ड्राइंग व वीडियो प्रेजेन्टेशन का अवलोकन किया और प्रोजेक्ट की जानकारी ली। मुख्यमंत्री जी ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि गोड़धोइया नाला पर चिन्हित अतिक्रमण को हटाया जाए तथा सभी निर्माण कार्यां को गुणवत्तापूर्ण तरीके से और तीव्र गति से पूर्ण किया जाए।
मुख्यमंत्री ने निरीक्षण के उपरान्त मीडिया प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि रामगढ़ताल पूर्वी उत्तर प्रदेश का एक प्रमुख पर्यटन केन्द्र बन चुका है। यहां पर जल के प्राकृतिक स्रोत को पुनर्जीवित करने के लिए जो सबसे महत्वपूर्ण नाला इसके साथ जुड़ता है, वह गोड़धोइया नाला है। पहले गोड़धोइया नाला मृतप्राय पड़ा था। इसके जीर्णाद्धार के लिए बनी परियोजना में रामगढ़ताल तक नाला के डायवर्जन, इंटरसेप्शन और ट्रीटमेंट के कार्य किए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि रामगढ़ताल में कहीं से भी प्रदूषित जल न जाने पाए, इस दृष्टि से 10 किलोमीटर के इस नाले का पुनरुद्धार करने और गोरखपुर के उत्तरी क्षेत्र की जल निकासी की समस्या का समाधान करने का भी कार्य हो रहा है। नाले के पुनरुद्धार कार्य में अलग-अलग सीवर लाइन और ड्रेनेज लाइन पड़ेगी। सीधे सीवर या ड्रेनेज का पानी रामगढ़ताल में न गिरे, इसके लिए ट्रीटमेंट का भी कार्य होगा। इससे रामगढ़ताल में जाने वाला पानी शोधित होकर पहुंचेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि गोड़धोइया नाला के पुनरूद्धार से गोरखपुर के उत्तरी क्षेत्र में निवास करने वाली लगभग साढ़े तीन लाख से अधिक की आबादी को सीधे लाभ होगा। 17 से 18 वार्डों को जल निकासी का बेहतर माध्यम मिलेगा। पुनरुद्धार कार्य के पूरा होने के बाद आवागमन का भी एक बेहतरीन माध्यम इन क्षेत्रों में निवास करने वाले नागरिकों को प्राप्त होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गोड़धोइया नाला पर काफी बड़े पैमाने पर अतिक्रमण हो गया था। उसे चिन्हित कर हटाया गया है और कुछ को अभी हटाया जा रहा है। गोड़धोइया नाला के पुनरूद्धार से रामगढ़ताल के सुन्दरीकरण की मंशा भी पूरी होगी। निरीक्षण के दौरान जनप्रतिनिधिगण तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।