नई दिल्ली। विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर मंगलवार को कोरिया गणराज्य और जापान की तीन दिवसीय यात्रा पर जायेंगे। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, हमारे दो प्रमुख साझेदार देशों कोरिया गणराज्य और जापान की यात्राएं द्विपक्षीय आदान-प्रदान को और गति प्रदान करेंगी और भविष्य के सहयोग के लिए एजेंडा तय करेंगी। डॉ जयशंकर अपने कोरियाई समकक्ष चो ताए-यूल के साथ 10वीं भारत गणराज्य कोरिया संयुक्त आयोग बैठक (जेसीएम) की सह-अध्यक्षता करने के लिए पांच- छह मार्च को पहली बार सोल की यात्रा करेंगे। इस दौरान उनके कोरियाई गणमान्य व्यक्तियों, थिंक टैंक के प्रमुखों और भारतीय समुदाय से भी मिलने की संभावना है। मंत्रालय ने कहा कि जेसीएम से द्विपक्षीय सहयोग के संपूर्ण दायरे की व्यापक समीक्षा करने, इसे और मजबूत करने के रास्ते तलाशने की उम्मीद है।
बाद में, डॉ जयशंकर जापान के विदेश मंत्री योको कामिकावा के साथ 16वीं भारत-जापान विदेश मंत्री रणनीतिक वार्ता में शामिल होने के लिए छह से आठ मार्च तक जापान की यात्रा पर रहेंगे। बयान के मुताबिक, दोनों मंत्रियों के द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक महत्व के मुद्दों पर चर्चा करने और स्वतंत्र, खुले, समावेशी, शांतिपूर्ण और समृद्ध हिंद-प्रशांत के लिए सहयोग पर विचारों का आदान-प्रदान करने की उम्मीद है। जयशंकर अपनी यात्रा के दौरान पहले रायसीना राउंड टेबल में भी शामिल होंगे। गोलमेज सम्मेलन भारत और जापान के बीच ट्रैक 2 आदान-प्रदान को बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।मंत्रालय के अनुसार, उनसे मजबूत सांस्कृतिक और लोगों से लोगों के संबंधों को मजबूत करने के लिए बिजनेस लीडर्स, थिंक टैंक और शिक्षा जगत के साथ बातचीत करने की उम्मीद है।