मण्डलायुक्त ने की विभागीय योजनाओं की समीक्षा



लखनऊ । मण्डलायुक्त रोशन जैकब की अध्यक्षता में शुक्रवार को विभिन्न विभागीय योजनाओं  की समीक्षा बैठक हुई | बैठक में मण्डल के सभी जिला कार्यक्रम अधिकारी, अपर निदेशक स्वास्थ्य, अपर निदेशक बेसिक शिक्षा, पंचायतीराज विभाग के उपनिदेशक, जिला प्रोबेशन अधिकारी, उपमुख्य परिवीक्षा अधिकारी के साथ ही यूनिसेफ की मण्डल समन्वयक अनीता ने प्रतिभाग किया। बैठक में मण्डलायुक्त ने टेक होम राशन(टीएचआर) वितरण की स्थिति, हॉट-कुक्ड मील योजना की स्थिति, अति गंभीर कुपोषित (सैम)/मध्यम गंभीर कुपोषित (मैम) बच्चों के पोषण प्रबंधन की स्थिति, आंगनबाड़ी भवन निर्माण/कायाकल्प की स्थिति, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता/सहायिका के पी.एल.आई. भुगतान की स्थिति, जनपदों में किए गए नवाचार की समीक्षा की।

सैम/मैम बच्चों के पोषण प्रबंधन की स्थिति पर विश्लेषण के दौरान मंडलायुक्त द्वारा अपर निदेशक स्वास्थ्य को निर्देश दिया गया कि बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग द्वारा चिन्हित किए गए सैम बच्चों को पोषण पुनर्वास केन्द्र भेजने के लिए राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) टीम को निर्देशित करें।

मण्डलायुक्त द्वारा टेक होम राशन वितरण की समीक्षा करते हुए मण्डल के समस्त जनपदों के जिला कार्यक्रम अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि सभी जगह निरीक्षण कर मण्डलायुक्त को रिपोर्ट प्रेषित करें। जिला कार्यक्रम अधिकारियों द्वारा अवगत कराया गया कि टीएचआर देरी से आने के कारण आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पोषण ट्रेकर में  एंट्री नहीं कर पाती है।

रायबरेली, हरदोई, लखीमपुर में पोषण आहार पुस्तिका नहीं प्रिंट करायी गयी है, वहाँ के जिला कार्यक्रम अधिकारी सम्बन्धित जिलाधिकारी से वार्ता करके इसे छपवाकर सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को वितरित कराने के मंडलायुक्त ने निर्देश दिए ।

बैठक में शहरी क्षेत्र में किराये के भवनों में संचालित आंगनबाड़ी केन्द्रों की समीक्षा के दौरान मण्डल के सभी जिला कार्यक्रम अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि मंडलायुक्त  के यहाँ ऐसे केन्द्रों की सूची भेजें जिससे निदेशक से वार्ता करके समस्या का समाधान कराया जा सके।
मण्डलायुक्त द्वारा ई-कवच पोर्टल पर सैम बच्चों की फीडिंग के सम्बन्ध में उपस्थित अपर निदेशक, स्वास्थ्य  को मण्डल के सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को उनकी ओर से पत्र प्रेषित करने के लिए निर्देशित किया गया।

बैठक में लखनऊ के जिला कार्यक्रम अधिकारी राजेश कुमार द्वारा ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण समिति(वी.एच.एस.एन.सी.) फण्ड के माध्यम से आंगनबाड़ी केन्द्रों के लिए ग्रोथ मानीटरिंग डिवाइसेज तथा हॉट-कुक्ड मील योजना के अन्तर्गत बच्चों के खाना खाने तथा बनाने के लिए बर्तन खरीदने के लिए सुझाव दिया गया।

मण्डलायुक्त द्वारा महिला कल्याण के अन्तर्गत संचालित निराश्रित पेंशन योजना, मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना तथा मिशन वात्सल्य योजना के तहत  स्पॉन्सरशिप की गहनता पूर्वक समीक्षा करते हुये जनपद हरदाई और उन्नाव के जिला प्रोबेशन अधिकारियों को संतोषजनक प्रगति न होने के कारण चेतावनी निर्गत की गई  तथा रायबरेली में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना की अपेक्षित कार्यवाही पूर्ण न किये जाने के दृष्टिगत चेतावनी निर्गत की गई | इसके साथ ही मण्डलायुक्त द्वारा लखनऊ मण्डल के अन्तर्गत संचालित बाल गृह/संस्थाओं में उपलब्ध अवस्थापना सुविधा, आवासित बालक/बालिका/शिशु के देख-भाल चिकित्सा इलाज, पठन-पाठन आदि की भी गहनता पूर्वक समीक्षा करते हुये निर्देश किया गया कि स्मार्ट सिटी से उपलब्ध कराये गये अवस्थापना सुविधाओं से सम्बन्धित उपकरणों आदि का समुचित रख-रखाव तथा प्रयोग किया जाये जिससे कि बाल देख रेख संस्थाओं में आवासित संवासियों को उच्च गुणवत्ता की सुविधायें खेल-कूद, मनोरंजन आदि की सुविधाये प्राप्त हो सकें। शिक्षा पर विशेष बल देते हुये निर्देशित किया गया कि आवासित संवासियों को उनकी आयु तथा कक्षा के अनुरूप विभिन्न विद्यालयों में नामंकन के साथ ही विषयवार ट्यूशन  टीचर आदि की व्यवस्था करायी जाये। स्पॉन्सरशिप योजना पर बल प्रदान देते हुये मण्डलायुक्त द्वारा निर्देश दिया गया कि सभी पात्र बच्चों का चिन्हॉकन 31 मार्च 2024 तक अनिवार्यता पूर्ण करा लिया जाये तथा अब तक स्वीकृत बच्चों को लाभान्वित कराते हुये अवगत कराया जाये। मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना की समीक्षा करते हुये निर्देशित किया गया कि योजना के तहत पाँचवीं एवं छठी  श्रेणी के लाभार्थियों के आच्छादन में वृद्धि करते हुये सभी पात्र बालिकाओं  को योजनान्तर्गत लाभान्वित करते हुये संतृप्त किया जाये।