बाराबंकी - आज डब्ल्यू.एच.ओ. बाराबंकी और जिला स्वास्थ्य विभाग ने हिन्द आयुर्विज्ञान संस्थान में ए.एफ.पी., एम.आर., कोविड-19 एवं वी.पी.डी. की जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया । इस कार्यशाला की अध्यक्षता जिलाधिकारी आदर्श सिंह और सी.एम.ओ. डॉ. रामजी वर्मा ने की । डॉ वर्मा ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग इस समय कोविड-19 की तीसरी लहर का सामना करने के लिए तैयार है, परन्तु अन्य संक्रमण बीमारियां भी मौजूद हैं जिनसे बचाव बहुत आवश्यक है।
इस कार्यशाला का उद्देश्य प्रशिक्षण के माध्यम से सर्विलांस को सुदृढ़ करना रहा । जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ राजीव सिंह ने बताया कि कोविड महामारी के दौरान जिन बच्चों का रूटीन टीकाकरण छूटा है, उनको चिन्हित कर तुरंत टीकाकरण देना हमारी प्राथमिकता है।
कार्यशाला के दौरान एस.एम.ओ. डॉ उपांत राव ने पोलियो सर्विलांस को विस्तार में बताया। वहीं डॉ उत्कर्ष बंसल ने खसरा बीमारी को पहचानना और बचाव का तरीका बताया। डॉ राजीव व डॉ उपांत ने सब ब्लॉक से आए मेडिकल ऑफिसर्स को ए.एफ.पी., खसरा/रुबेला, डिप्थीरिया, काली खांसी, नवजात टेटनस की सूचना देने और फॉर्म भरने के विषय में बताया। डॉ जे.वी. सिंह ने कोविड-19 की जिला स्तिथि और नए ओमीक्रान वेरिएंट के बारे में अवगत कराया तथा 3 जनवरी से बच्चों (15 से 18 वर्ष) के लिए शुरू होने वाली वैक्सीन के विषय में भी चर्चा की गयी । डिप्टी डीआईओ डॉ अफ़ताब अंसारी ने स्वास्थ्यकर्मियों को कोविड संक्रमण के दौरान बचाव के विषय में विस्तार से बताया।
इस दौरान डॉ एस. के. चौहान ने स्वास्थ्यकर्मियों के कोविड वैक्सीन की बूस्टर डोज की तैयारियों की समीक्षा भी की।
डॉ एस.एन.एस यादव ने जिला स्वास्थ्य विभाग की तैयारियों की प्रशंसा करते हुए सबको धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा की ओमीक्रान भले ही घातक नहीं लग रहा है, परंतु जनता को मास्क, दूरी और सेनिटाइजेशन का ध्यान रखते हुए, जल्द से जल्द अपना 100% टीकाकरण करा लेना चाहिए।