किशोर-किशोरियों के कोविड टीकाकरण के लिए स्कूल आई कार्ड मान्य : सीएमओ



  • टीकाकरण कराएं और कोविड प्रोटोकाल अपनाएं, कोरोना से खुद को सुरक्षित बनाएं

रायबरेली - कोरोना के नये  वैरिएन्ट ओमीक्रॉन की दस्तक के साथ ही एक बार फिर से कोरोना का संक्रमण तेजी से फैल रहा है | हमें सावधानी बरतने की सख्त जरूरत है  | कोरोना  संक्रमण से बचाव में कोविड टीकाकरण ही सबसे कारगर उपाय है | जनपद में तीन जनवरी से 15 – से 18 वर्ष की आयु के किशोर/किशोरियों  का कोविड  टीकाकरण शुरू हो गया है |

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. वीरेंद्र सिंह ने बताया-   जिन बच्चों का जन्म वर्ष 2005 से 2007 के बीच हुआ है   वह ही कोविड टीकाकरण के लिए पात्र हैं  | इसके लिए वह कोविन-एप पर पहले से  पंजीकरण करवाकर स्लॉट बुक कर सकते हैं | टीकाकरण स्थल पर भी पंजीकरण की सुविधा उपलब्ध है |  किशोर/किशोरियों को केवल कोवैक्सीन लगाई जा रही है | पहचान पत्र के लिए पैन कार्ड, आधार कार्ड, पासपोर्ट, फ़ोटो सहित राशन कार्ड, यूनिक दिव्यांग  आईडी कार्ड या सर्टिफिकेट  के समान ही  किशोरों की विद्यार्थी फोटो  आईडी कार्ड भी मान्य होगा | अगर किशोर के पास में अन्य कोई पहचान पत्र नहीं है तो  विद्यार्थी फ़ोटो आई कार्ड मान्य होगा |  अगर कोई भी पहचान पत्र नहीं है तो स्कूल में दर्ज कराई गई जन्मतिथि मान्य होगी |

मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया- टीकाकरण के लिए एक मोबाइल नंबर  से 6  पंजीकरण किये जा सकते हैं | किशोर अपने मोबाइल नंबर से  अपने माता-पिता /परिवार के अन्य सदस्यों / दोस्तों के मोबाइल नंबर से भी  कोविड टीकाकरण के लिए कोविन एप पर पंजीकरण करवा सकते हैं |  

मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया- टीकाकरण खाली पेट नहीं करवाना है | टीकाकरण कराने से पहले अच्छे से नाश्ता या खाना खाकर ही आयें | कोविड का टीका लगने के बाद हमें लापरवाही नहीं बरतनी है, सतर्क रहना है | मास्क लगाए रहना है, बेवजह घर से बाहर नहीं निकलना है, दो गज की शारीरक दूरी का पालन करना  और अपने हाथों को  बार-बार साबुन और पानी से धोते रहना है  |
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया- जनपद में  15-18 वर्ष की आयु के 2,03,639  किशोर/किशोरियों को कोविड का टीका लगाने का लक्ष्य  है   जिसमें से  अब तक  61,396  किशोर-किशोरियों  को कोविडी  टीका लग चुका है |