नशा मुक्ति केंद्रों पर चला कोविड टीकाकरण अभियान, 230 को लगा टीका



  • कोविड टीके का नशा करने वालों पर कोई दुष्प्रभाव नहीं : डीआईओ

गोरखपुर - जिले के तीन  नशा मुक्ति  केंद्रों पर स्वास्थ्य विभाग और टीका एक्सप्रेस की टीम  ने गणतंत्र दिवस  पर कोविड टीकाकरण अभियान चलाया । इस दौरान नशा करने वाले 230 लोगों को कोविड का टीका लगाया गया ।

जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. एएन प्रसाद ने बताया कि नशे की लत बुरी है और इससे प्रतिरोधक क्षमता पर प्रतिकूल असर पड़ता है,  अगर ऐसे लोग  कोविड का टीका लगवाते हैं तो उनको कोई नुकसान नहीं होगा बल्कि इससे लाभ ही होगा और उनकी प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाएगी ।

शुद्धिकरण नशामुक्ति केंद्र की संचालक पूनम सिंह से संपर्क कर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने तीन अलग-अलग वार्डों में जाकर टीका लगाया । डॉ. प्रसाद ने बताया कि टीका ऐसे लोगों को लगाया गया जो शराब, खैनी, तंबाकू समेत कई प्रकार के नशे के आदी हैं । उन लोगों का  नशा छुड़ाने का प्रयास चल रहा है । कुछ लोगों के मन में यह भ्रांति है कि नशा करने वालों को टीका लगवाने से दिक्कत होती है जबकि अब तक ऐसा नहीं देखा गया है । टीकाकरण के बाद नशा अवश्य छोड़ देना चाहिए क्योंकि जहां टीका प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है, वहीं सिगरेट, बीड़ी या शराब जैसे नशे की लत इस क्षमता को कम करती है ।

डॉ. प्रसाद ने बताया कि नशा मुक्ति केंद्रों पर चले टीकाकरण अभियान में केयर इंडिया की टीम से डॉ. मनीषा, दीपू, आराधना, यूएनडीपी के जिला कोल्ड चेन मैनेजर पवन कुमार सिंह, तुर्कमानपुर की प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. दिशा चौधरी और उनकी टीम ने विशेष योगदान दिया । उन्होंने अपील की कि जो लोग भ्रांति वश टीकाकरण नहीं करवा रहे हैं वह टीका लगवा लें और नशे की लत को छोड़ दें ।

सीएमओ ने किया ध्वजारोहण : डीआईजी बंगले के सामने स्थित नशा मुक्ति केंद्र पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आशुतोष कुमार दूबे भी पहुंचे। उन्होंने टीकाकरण करवाने वालों का मनोबल बढ़ाया और भ्रांति के शिकार ऐसे अन्य लोगों को भी टीके के लिए प्रेरित करने की अपील की ।

यह लोग लगवाएं टीका

•    15 वर्ष से अधिक उम्र का कोई भी व्यक्ति
•    टीबी, मधुमेह, ब्लड प्रेशर, चर्म रोग सहित अन्य सामान्य बीमारियों के रोगी
•    ह्रदय रोग, कैंसर आदि की दवा लेने वाले चिकित्सक की सलाह पर
•    गर्भवती व धात्री महिला
•    मासिक धर्म के दौरान भी टीकाकरण करवा सकते हैं
•    60 वर्ष से अधिक के बुजुर्ग अवश्य लगवाएं