जागरूक नागरिक बनने को प्रेरित होंगे किशोर-किशोरियां



• अंतरराष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य सप्ताह 20 से
•  इंडियन एकेडमी आफ पिडियाट्रिक्स ने जारी किया कार्ययोजना 

लखनऊ  - अंतरराष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य सप्ताह (20 से 26 मार्च) के दौरान प्रदेश भर में विभिन्न कार्यक्रम होंगे। इंडियन एकेडमी आफ पिडियाट्रिक्स (आईएपी) ने इस बावत विधिवत कार्ययोजना जारी किया है। इस वर्ष की थीम है- ट्रांज़िशन यानी बच्चे से किशोरावस्था और किशोरावस्था से वयस्कावस्था में बदलाव। 

आईएपी की विंग एडोलेसेंट हेल्थ एकेडमी की सदस्य डॉ पियाली भट्टाचार्य ने बताया कि कोरोनाकाल के दौरान वयस्कों को मानसिक व शारीरिक समस्याओं से जूझना पड़ा है। किशोर-किशोरियों को अलग तरीके की परेशानियां झेलनी पड़ी हैं। उन्होंने कहा कि किशोर-किशोरियों को उनसे जुड़े विभिन्न मुद्दों पर जागरूक करने के लिए ही किशोर स्वास्थ्य सप्ताह मनाया जाता है। इसका मकसद ही किशोर-किशोरियों और उनके मेंटर को प्रेरित करना है ताकि वह अच्छे नागरिक बन सकें। 

डॉ. पियाली ने कहा कि इस सप्ताह के दौरान प्रदेश के विभिन्न जिलों में सेमीनार/वेबीनार, इंट्रेक्टिव सेशन, डिबेट, पोस्टर व पेंटिंग बनाना, स्लोगन लिखना, निबंध प्रतियोगिता जैसे कार्यक्रम होंगे जिसमें स्वास्थ्य सेवा देने वाले, अभिभावक, किशोर-किशोरियां भाग लेंगे। सभी प्रतियोगिताओं के अच्छे प्रतिभागियों को पुरस्कृत भी किया जाएगा। 

आईएपी के अध्यक्ष डॉ. रमेश कुमार ने कहा कि संस्था के 32 हजार सदस्य देश के किशोर-किशोरियों की देखभाल करने के लिए दृढ़ संकल्प हैं और इन किशोरों को देश का ऐसा नागरिक बनने में मदद करेंगे जो राष्ट्र निर्माण में सहयोग कर सकें।