संचारी रोग नियन्त्रण माह पहली अप्रैल से, वेक्टर जनित रोगों के नियंत्रण के सम्बंध में दिया गया प्रशिक्षण



लखनऊ - चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के तत्वावधान में मंगलवार को अपर निदेशक कार्यालय में वेक्टर जनित रोग जैसे मलेरिया, डेंगू, चिकगुनिया, स्क्रब टाइफस, जापानी इंसेफेलाइटिस के नियंत्रण में कीट विज्ञान उपकरण संबंधी प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया ।

प्रशिक्षण कार्यक्रम  का उद्घाटन करते हुए निदेशक संचारी डॉ. ए.के. सिंह ने कहा - एक अप्रैल से संचारी रोग नियंत्रण माह शुरू हो रहा है जो 30 अप्रैल तक चलेगा । इसे एक जनांदोलन का रूप दिया जायेगा  ताकि हर घर तक आशा कार्यकर्ता पहुंचें व लोगों को वेक्टर जनित रोगों जैसे डेंगू मलेरिया से बचाव और बुखार होने पर क्या करना है इसकी जानकारी दें । स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं ने  जिस तरह से कोरोना से लड़ाई लड़ी और उस पर विजय प्राप्त की उसी तरह से हमें डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया बीमारी पर विजय प्राप्त करनी  है । हम पहले ही लोगों को जागरूक करें कि मच्छरजनित परिस्थितियां उत्पन्न न होने दें । हमें हर हाल में ऐसी परिस्थितियां उत्पन्न नहीं होने देना है कि संचारी रोग का प्रसार हो । इसलिए हमें हर स्तर से प्रयास करना है ।

इस मौके पर राज्य कार्यक्रम अधिकारी डा. आर.सी. पांडे ने कहा- प्रशिक्षण  के आयोजन का उद्देश्य है कि स्वास्थ्य अधिकारियों एवं अन्य कार्यकर्ताओं को नई जानकारियों से अवगत कराया जाए तथा उनके स्वयं के ज्ञान का पुनरीक्षण हो | हमारा यह प्रयास रहे कि समस्या की सही समय से पहचान कर उसका निवारण समय से हो जाए |  अप्रैल माह में आयोजित संचारी रोग नियंत्रण माह एवं दस्तक अभियान को सुचारु रूप से सम्पन्न कराने के लिए इस प्रशिक्षण कार्यक्रम की समकालिक एवं  बहुत उपयोगिता है |

अपर निदेशक डा.(मेजर) जी.एस.बाजपेयी ने बताया कि इस संबंध में मण्डल के विभिन्न जनपदों में संचारी रोग नियंत्रण से सम्बंधित माइक्रोप्लान और उसके क्रियान्वयन के क्रम में समस्त तैयारियाँ 28 मार्च से पूर्व पूर्ण कर लीं जाएँ | इस प्रकार स्वस्थ भारत एवं स्वच्छ भारत और समग्र भारत की परिकल्पना की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है | इसके साथ ही प्रशिक्षण संबंधी जानकारियाँ भी अपर निदेशक द्वारा दी गईं |
प्रशिक्षण कार्यक्रम में मच्छरों के जीवित संग्रह, डिसेक्शन कीटनाशकों के उपयोग, लार्वा और प्रौढ़नाशक वयस्क छिड़काव के विभिन्न उपकरणों की जानकारी दी गयी |

इस मौके पर संयुक्त निदेशक मलेरिया डा अवधेश यादव एवं डा. विकास सिंघल, डिवीजनल सर्विलांस ऑफिसर डा. शैलेष परिहार,  लखनऊ जनपद के संचारी रोग के नोडल अधिकारी और उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. संदीप सिंह  सहित लखनऊ मण्डल के छह जनपदों उन्नाव, रायबरेली, सीतापुर, लखनऊ, हरदोई और लखीमपुर के जिला मलेरिया अधिकारी, सहायक मलेरिया अधिकारी, बायोलॉजिस्ट और मलेरिया निरीक्षक सहित 31 प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया |