मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम पुस्तक का विमोचन
अयोध्या। श्री राम के आदर्श रामराज की स्थापना में महत्वपूर्ण योगदान प्रदान करेंगे। आज भारत को विश्व गुरु बनने एवं विकसित राष्ट्र के रूप मे स्थापित होने के लिए हमे इन आदर्शो का पालन करना चाहिए राष्ट्र सर्वोपरि की भावना एवं अपने कर्तव्यों का शुद्ध अंतकरण से पालन एवं निर्वाहन करना चाहिए । यह कथन श्री चंपत राय, महासचिव, श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास एवं उपाध्यक्ष, विश्व हिंदू परिषद द्वारा मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम पुस्तक के विमोचन के अवसर पर कही गई। इस अवसर पर उन्होंने दोनो संपादक को अपना शुभाशीष प्रदान करते हुए बधाई दी। 2047 तक भारत को विकसित करने के लिए उन्होंने युवा एवं नारी शक्ति के विशेष योगदान की बात कही।
यह पुस्तक डॉ. गिरीश कुमार द्विवेदी सह आचार्य शिक्षा विद्याशाखा एवं डॉ. गौरव संकल्प, सहायक आचार्य, प्रबंधन अध्ययन विद्याशाखा, उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय, प्रयागराज द्वारा संपादित की गई है । इस पुस्तक में 44 अध्याय में श्री राम के जीवन उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व का विस्तार से अलौकिक एवं अनुपम व्याख्या की गई है । यह पुस्तक कालिंदी प्रकाशन आजमगढ़ द्वारा प्रकाशित की गई है। इस पुस्तक में प्रो कृष्ण बिहारी पांडे, पूर्व अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग, प्रयागराज, प्रो.आर डी मिश्रा, पूर्व कुलपति, जम्मू विश्वविद्यालय, प्रो. आशुतोष गुप्ता, प्रो श्रुति, प्रो प्रदीप कुमार पांडे, प्रो. नंद लाल मिश्रा, डॉ. देवेश रंजन त्रिपाठी, डॉ. शुचिता चतुर्वेदी,सी ए राजेंद्र प्रसाद शुक्ल, उपाध्यक्ष, सेवा भारतीय समिति, आरएसएस, काशी प्रांत, राम जी भाई, सदस्य, क्षेत्रीय कार्यकारिणी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, लखनऊ, श्री उमेश चंद्र कक्कड़, साहित्यकार एवं कवि, डॉ उषा मिश्रा विभाग अध्यक्ष, हिंदी, प्रयाग महिला विद्यापीठ,प्रयागराज, डॉ. एकता वर्मा, डॉ. अमित कुमार दुबे, डॉ. शैलेंद्र कुमार, कौमौदी शुक्ला, सौम्या तिवारी, रमेश कुमार मिश्रा, आदि ने इस पुस्तक में अपने विचार व्यक्त किए हैं।
पुस्तक के विमोचन के अवसर पर डॉ. नरेन्द्र कुमार पांडे समन्वयक, सूबेदार तिवारी नगर संघचालक दर्शननगर, रोली सिंह जिला पंचायत अध्यक्ष, रोहित सिंह, उमेश चंद्र पाण्डेय, कृति त्रिपाठी, शालिनी द्विवेदी, वंदना पांडे, डॉ शशिभूषण राम त्रिपाठी, आदि लोग उपस्थित रहे।