- दो से 30 अप्रैल तक मनाया जायेगा संचारी रोग नियन्त्रण माह
लखनऊ - जिले में दो से 30 अप्रैल तक विशेष संचारी रोग नियंत्रण माह मनाया जायेगा | इसकी तैयारियों को लेकर जिलाधिकारी कार्यालय सभागार में जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश के निर्देशन में मुख्य विकास अधिकारी अश्विनी कुमार पांडे की अध्यक्षता में जिला टास्क फोर्स की बैठक हुई|
मुख्य विकास अधिकारी ने माइक्रोप्लान के अनुसार अभियान के सफल आयोजन एवं सभी विभागों से इस अभियान में सहयोग करने के निर्देश दिए | इसके साथ ही सभी विभागों को निर्देशित किया कि समय से सारी तैयारियां कर लें ताकि संचारी माह और दस्तक अभियान सुचारु रूप से चलाया जा सके |
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. मनोज अग्रवाल ने बताया - अभियान के तहत स्वास्थ्य कार्यकर्ता लोगों को मच्छरजनित परिस्थितियाँ उत्पन्न न होने देने के बारे में जागरूक करेंगे | संचारी रोग जैसे डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया, दिमागी बुखार जैसी बीमारियों के प्रसार को रोकना है, जिसकेलिए जरूरी है कि सही समय पर बुखार की जांच और उसका इलाज कराया जाए | इसके लिए आवश्यक है कि स्वास्थ्य कार्यकर्ता घर-घर पहुँचें |
संचारी रोग नियंत्रण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डा. संदीप सिंह ने बताया – इस अभियान में स्वास्थ्य विभाग नोडल विभाग है | इसके अलावा बाल विकास सेवाएवं पुष्टाहार, शिक्षा, पंचायती राज, ग्रामीण विकास, दिव्यअङ्ग जन कल्याण, पशु पालन, कृषि, नगर विकास, चिकित्सा शिक्षा एवं सूचना विभाग भी सहयोग करेंगे | सभी विभागों के परस्पर सक्रिय सहयोग से ही अभियान की सफलता निश्चित है |
नोडल अधिकारी ने बताया - 15 से 30 अप्रैल तक दस्तक अभियान चलाया जाएगा | पहले के दस्तक अभियान की भांति इस वर्ष भी दस्तक अभियान में आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर बुखार के रोगियों, इंफ्लुएंजा लाइक इलनेस के रोगियों, क्षय रोग के लक्षणयुक्त व्यक्तियों एवं कुपोषित बच्चों की सूची बनाएंगी | इसके साथ ही क्षेत्रवार ऐसे मकानों की सूची भी बनायेंगी जहां घरों के भीतर मच्छरों का प्रजनन पाया गया है |
आशा कार्यकर्ता उन घरों के प्रमुख स्थानों पर स्टीकर लगायेंगी जिन घरों में 15 वर्ष से कम आयु के बच्चे हैं या क्षय रोग के लक्षणयुक्त व्यक्ति हैं | इसके साथ ही संचारी रोगों से बचाव के लिए स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा स्कूलों, ग्राम स्वास्थ्य पोषण दिवस(वीएचएनडी), मातृ समिति की बैठक में लोगोंको जागरूक किया जाएगा | आशा कार्यकर्ता लोगों को इस बात के लिए जागरूक करें एवं यह जरूर सुनिश्चित करें कि बुखार होने पर स्वयं कोई इलाज न करें नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर बुखार की जांच कराएं |
इस मौके पर जिला सर्विलांस अधिकारी डा. मिलिंद वर्धन, उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. ए. पी.सिंह, जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवम सूचना अधिकारी योगेश रघुवंशी, जिला मलेरिया अधिकारी डा. रितु श्रीवास्तव, सभी सीएचसी व बाल महिला चिकित्सालय के चिकित्सा अधीक्षक, सभी विभागों के प्रतिनिधि, विश्व स्वास्थ्य संगठन और पाथ के प्रतिनिधि तथा यूनिसेफ़ से डा. सुजीत सिंह से उपस्थित रहे |