- परिवार नियोजन कार्यक्रम में और तेजी लाने को निजी अस्पतालों ने स्वास्थ्य विभाग से मिलाया हाथ
- स्वास्थ्य विभाग और द चैलेंज इनिशिएटिव-पीएसआई इंडिया के सहयोग से गोष्ठी आयोजित
- सीएमओ ने प्राइवेट प्रोवाइडर मोबाइल एप्लीकेशन लांच करने के साथ ही चिकित्सकों को किया सम्मानित
बरेली। परिवार नियोजन कार्यक्रम को गति देने को जनपद के निजी चिकित्सकों व निजी अस्पतालों ने स्वास्थ्य विभाग से हाथ मिलाया है। शहरी क्षेत्र के निजी अस्पतालों के परिवार कल्याण कार्यक्रम में योगदान पर मंथन को लेकर मंगलवार को आईएमए भवन में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. राकेश कुमार की अध्यक्षता में गोष्ठी आयोजित हुई। स्वास्थ्य विभाग के नेतृत्व में द चैलेंज इनिशिएटिव (टीसीआई) व पापुलेशन सर्विसेज इंटरनेशनल इंडिया (पीएसआई इंडिया) के सहयोग से आयोजित गोष्ठी में जनपद के विभिन्न निजी अस्पतालों की करीब 50 प्रसूति एवं स्त्री रोग विशेषज्ञों ने भाग लिया।
सीएमओ ने टीसीआई-पीएसआई-इंडिया के माध्यम से तैयार प्राइवेट प्रोवाइडर मोबाइल एप्लीकेशन भी लांच किया और प्राइवेट प्रोवाइडर को इसके उपयोग के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इसके साथ ही सभी को एप्लीकेशन को डाउनलोड करने के साथ ही हर महीने अपडेट करने का भी निर्देश दिया। सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के संयुक्त प्रयास से परिवार नियोजन सेवाओं को सुदृढ़ बनाने के उद्देश्य से आयोजित गोष्ठी में मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं की दिशा में यह एक सराहनीय पहल है। उन्होंने कहा कि समय-समय पर बैठक आयोजित कर निजी क्षेत्र को इस पहल से मजबूती से जोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि परिवार नियोजन से सम्बन्धित आईईसी सामग्री (पोस्टर-बैनर) को निजी चिकित्सालयों में निर्धारित स्तर पर प्रदर्शित किया जाए और काउंसिलिंग के दौरान उनका इस्तेमाल किया जाए। परिवार कल्याण सेवाओं को हेल्थ मैनेजमेंट इन्फार्मेशन सिस्टम (एचएमआईएस) पोर्टल पर हर महीने निश्चित रूप से अपलोड कराना सुनिश्चित किया जाए। प्रसूति एवं स्त्री रोग सोसायटी की आगामी बैठकों में सहभागिता सुनिश्चित की जाए। इसी क्रम में चिकित्सालय स्तर पर मास्टर कोचेच और टीसीआई –पीएसआई इंडिया के सहयोग से गुणवत्तापरक स्वास्थ्य सेवाएं सुनिश्चित करने और बेहतर समन्वय के लिए बड़े पैमाने पर ओरिएंटेशन प्रोग्राम का आयोजन किया जाए।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) बरेली के अध्यक्ष डॉ. राजीव गोयल ने कहा कि आईएमए से जुड़े चिकित्सक भी परिवार नियोजन काउंसिलिंग के साथ ही रेफरल में स्वेच्छा से योगदान देंगे। प्रसूति एवं स्त्री रोग सोसायटी की अध्यक्ष डॉ. मृदुला शर्मा और सचिव डॉ. गायत्री ने कहा कि उच्च प्रभावी हस्तक्षेप, प्रसवोत्तर परिवार नियोजन सेवाओं से जोड़ने, क्षमता निर्माण और आंकड़ों के संग्रह पर जोर दिया जाए ताकि योजनाओं के निर्माण में उनका सही इस्तेमाल किया जा सके। उन्होंने निजी चिकित्सकों से कहा कि परिवार नियोजन रजिस्टर पर प्राइवेट प्रोवाइडर द्वारा सेवाओं को नियमित रूप से दर्ज किया जाए। इसके साथ ही उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को सोसायटी की आगामी बैठक में भाग लेने के लिए आमंत्रित भी किया। डिप्टी सीएमओ डॉ. पवन ने परिवार नियोजन रिकार्ड रजिस्टर को अपडेट करने और प्रसवोत्तर परिवार नियोजन सेवाओं को अपनाने के बारे में जागरूकता लाने के निर्देश दिए । प्रधानमन्त्री मातृ वंदना योजना के जिला कार्यक्रम समन्वयक प्रशांत ने योजना के बारे में जानकारी दी। डाटा मैनेजर अनूप ने एचएमआईएस पोर्टल के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
डिप्टी सीएमओ डॉ. लईक ने नर्सिंग होम रजिस्ट्रेशन रिन्यूवल की प्रक्रियाओं के बारे में बताया और नर्सिंग होम के बाहर सीएमओ रजिस्ट्रेशन का नम्बर और वैधता डिस्प्ले करने का निर्देश दिया। पीएसआई-इंडिया की तरफ से शुभ्रा त्रिवेदी और डिप्टी सीएमओ डॉ. पवन ने परिवार कल्याण कार्यक्रमों के बारे में जानकारी दी। इस मौके पर पीएसआई-इंडिया के अमित कुमार, अमित बाजपेयी, अजय आदि उपस्थित रहे ।
सराहनीय सेवा के लिए किया गया सम्मानित : परिवार नियोजन के क्षेत्र में सराहनीय योगदान के लिए धर्मदत्त हास्पिटल की डॉ. मृदुला, महिंद्रा गायत्री हास्पिटल की डॉ. गायत्री, वरदान हास्पिटल से डॉ. आशु, रूचि अतुल अस्पताल की डॉ. रूचि श्रीवास्तव, मानस हास्पिटल की डॉ. नीरा अग्रवाल, प्रगति हास्पिटल की डॉ. प्रगति अग्रवाल, डिवाइन हास्पिटल की डॉ. अलका अग्रवाल, आद्या मैटरनिटी होम की डॉ. अनीता छाबरिया और नाथ हास्पिटल की डॉ. अनीता नाथ को सीएमओ ने सम्मान पत्र प्रदान किया।