पीएम मोदी चुने गए एनडीए के संसदीय दल के नेता, रविवार को प्रधानमंत्री पद की लेंगे शपथ



नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को लगातार तीसरी बार पीएम पद की शपथ लेंगे। इससे पहले बीजेपी के नेतृत्व वाले गठबंधन एनडीए की बैठकों का दौर जारी है। अब से कुछ देर बाद दिल्ली में एनडीए की बैठक होने वाली है। बैठक में शामिल होने के लिए तमाम नेता दिल्ली पहुंच चुके हैं। एनडीए की बैठक से पहले नीतीश कुमार ने जेडीयू सांसदों के साथ बैठक की। इसके साथ ही लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने अपने सांसदों के साथ दिल्ली में एक बैठक की जिसमें उन्हें दल का नेता चुन लिया गया।

बता दें कि इससे पहले बुधवार को हुई एनडीए की बैठक में पीएम मोदी को सर्वसम्मति से संसदीय समिति के नेता चुन लिया गया है। बता दें कि पीएम मोदी 9 तारीख को तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। शपथ ग्रहण के लिए तमाम नेताओं और हस्तियों को निमंत्रण भेजा गया है। नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना, भूटान के पीएम और श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे को भी निमंत्रण भेज दिया गया है। बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना शपथ ग्रहण में शामिल होने के लिए गुरुवार को ही दिल्ली पहुंच गईं हैं।

एनडीए की संसदीय दल की बैठक चल रही है. बैठक को संबोधित करते हुए बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा, "मुझे खुशी है कि लोकसभा के साथ हमने ओडिशा में भी सरकार बनाई और आंध्र प्रदेश में भी हमने सरकार बनाई। सिक्किम में भी एनडीए ने अपनी सरकार बनाई।  हमें याद है कि 10 साल पहले एक उदासीन भारत था, भारत के बारे में कहा जाता था कि यहां कुछ नहीं बदलने वाला है। 10 साल बाद पीएम मोदी के नेतृत्व में वही भारत आकांक्षी भारत बन गया है और विकसित भारत का संकल्प लेकर निकल पड़ा है। "

संसद भवन पहुंचने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सबसे पहले संविधान को नमन किया है। एनडीए संसदीय दल की बैठक में शामिल होने के लिए सभी नवनिर्वाचित सांसद, बीजेपी और एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्री, प्रदेश अध्यक्ष मौजूद हैं।

बता दें कि इस बार के लोकसभा चुनाव में बीजेपी समेत किसी भी पार्टी को पूर्ण बहुमत प्राप्त नहीं हुआ है। हालांकि बीजेपी 240 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बन गई है। जबकि उसके घटक दलों के 53 उम्मीदवार भी चुनाव जीतकर संसद पहुंचे हैं। ऐसे में एनडीए के पास बहुमत के आंकड़े से ज्यादा 293 सीटें हो गई हैं। जबकि विपक्षी इंडिया गठबंधन के पास सिर्फ 235 सांसदों की ही ताकत है।