अभिनव बिंद्रा को मिला आईओसी का सबसे बड़ा सम्मान, 16 साल पहले ओलंपिक में जीता था गोल्ड



नई दिल्ली। अभिनव बिंद्रा की गिनती भारत के बेहतरीन प्लेयर्स में होती है। वह भारत के लिए निशानेबाजी में ओलंपिक गोल्ड मेडल जीतने वाले इकलौते भारतीय हैं। भारतीय निशानेबाज अभिनव बिंद्रा को ओलंपिक आंदोलन में उनकी उत्कृष्ट सेवाओं के लिए इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी (आईओसी) ने 'ओलंपिक ऑर्डर' अवॉर्ड देने का फैसला किया है।  भारत के खेल मंत्री मनसुख मंडाविया ने सोशल मीडिया पर इसकी घोषणा की।

भारत के यूथ अफेयर्स और स्पोर्ट्स मिनिस्टर मनसुख मंडाविया ने 'ओलंपिक ऑर्डर' से सम्मानित होने पर अभिनव बिंद्रा को बधाई दी। उन्होंने 'एक्स' पर लिखा कि ओलंपिक आंदोलन में उत्कृष्ट योगदान के लिए 'ओलंपिक ऑर्डर से सम्मानित होने पर अभिनव बिंद्रा को बधाई। उनकी उपलब्धि हमें गौरवान्वित करती है और वह वास्तव में इसके योग्य है। उन्होंने निशानेबाजों और ओलंपिक में भाग लेने वाली पीढ़ियों को प्रेरित किया है।

अवॉर्ड समारोह ओलंपिक के समापन से एक दिन पहले 10 अगस्त को पेरिस में 142वें आईओसी सेशन के दौरान आयोजित किया जाएगा। आईओसी अध्यक्ष ने 20 जुलाई को अभिनव बिंद्रा को संबोधित करते हुए एक पत्र में लिखा कि मुझे आपको सूचित करते हुए बहुत खुशी हो रही है कि आईओसी कार्यकारी बोर्ड ने ओलंपिक आंदोलन में आपकी उत्कृष्ट सेवाओं के लिए आपको 'ओलंपिक ऑर्डर' से सम्मानित करने का फैसला किया है।

'ओलंपिक ऑर्डर' इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी का सर्वोच्च पुरस्कार है, जो ओलंपिक आंदोलन में विशिष्ट योगदान के लिए दिए जाते हैं। इसके लिए नामांकन ओलंपिक ऑर्डर समिति द्वारा प्रस्तावित किए जाते हैं और कार्यकारी बोर्ड द्वारा निर्णय लिया जाता है। इस अवॉर्ड की शुरुआत 1975 में हुई थी।

अब 41 साल के हो चुके अभिनव बिंद्रा ने 2008 बीजिंग ओलंपिक में 10 मीटर एयर राइफल में स्वर्ण पदक जीता था। वह ओलिंपिक खेलों में व्यक्तिगत स्वर्ण पदक जीतने वाले भारत के पहले खिलाड़ी हैं। वह 2010 से 2020 तक इंटरनेशनल निशानेबाजी खेल महासंघ की एथलीट समिति के सदस्य थे जिसमें वह 2014 से इसके अध्यक्ष रहे। वह 2018 से आईओसी एथलीट आयोग के सदस्य हैं।