डॉ. सूर्यकान्त को भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने पॉयनियर्स ऑफ इंडिया अवार्ड से किया सम्मानित



लखनऊ। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के रेस्पिरेटरी मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर सूर्यकान्त को हाल ही में इंडिया हैबिटेट सेंटर, दिल्ली में ’’द वीक’’ पत्रिका द्वारा आयोजित एक पुरस्कार समारोह में भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह द्वारा ’’पॉयनियर्स ऑफ इंडिया अवार्ड’’ से सम्मानित किया गया। यह एक राष्ट्रीय स्तर का पुरस्कार है जो भारत के विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत लोगों को उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए दिया गया है। ज्ञात रहें कि यह सम्मान डॉ. सूर्यकान्त का 201वाँ पुरस्कार है।  

डॉ. सूर्यकान्त केजीएमयू के रेस्पिरेटरी मेडिसिन विभाग में 19 वर्ष से प्रोफेसर के पद पर कार्यरत हैं एवं 13 वर्ष से विभागाध्यक्ष के पद सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। इसके अलावा वह चिकित्सा विज्ञान सम्बंधित विषयों पर 22 किताबें भी लिख चुके हैं तथा एलर्जी, अस्थमा, टी.बी. एवं कैंसर के क्षेत्र में उनके अब तक लगभग 900 से अधिक शोध पत्र राष्ट्रीय एवं अर्न्तराष्ट्रीय जर्नल्स में प्रकाशित हो चुके हैं साथ ही 2 अंतर्राष्ट्रीय पेटेन्ट का भी उनके नाम श्रेय जाता है। लगभग 200 एमडी/पीएचडी विद्यार्थियों का मार्गदर्शन, 50 से अधिक शोध परियोजनाओं का निर्देशन, 22 फैलोशिप, 18 ओरेशन एवार्ड का भी श्रेय उन्हें जाता है। डॉ. सूर्यकान्त को ’’डॉक्टर ऑफ साइंस (डी.एस.सी.)’’ की (मानद उपाधि) से भी सम्मानित किया जा चुका है। उन्हें अब तक अन्तरराष्ट्रीय, राष्ट्रीय एवं प्रदेश स्तर की विभिन्न संस्थाओं द्वारा सम्मानित किया जा चुका है। डा. सूर्यकान्त को आईसीएमआर की रिसर्च प्रोजेक्ट कमेटी का चेयरमेन भी बनाया गया है।

इसके साथ ही चेस्ट रोगों के विशेषज्ञों की राष्ट्रीय संस्थाओं इण्डियन चेस्ट सोसाइटी, इण्डियन कॉलेज ऑफ एलर्जी, अस्थमा एण्ड एप्लाइड इम्यूनोलॉजी एवं नेशनल कालेज ऑफ चेस्ट फिजिशियन (एनसीसीपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रह चुके हैं। इसके साथ ही इण्डियन साइंस कांग्रेस एसोसिएशन के मेडिकल साइंस प्रभाग के भी राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुके है एवं डॉ. सूर्यकान्त आईएमए, लखनऊ के अध्यक्ष एवं उप्र आईएमए एकेडमी ऑफ मेडिकल स्पेशलिटीज के चेयरमैन एवं आईएमए-एएमएस के राष्ट्रीय वायस चेयरमेन रह चुके हैं। वे इंडियन सोसाइटी अगेंस्ट स्मोकिंग के राष्ट्रीय सचिव भी रह चुके है।

डॉ. सूर्यकान्त पिछले 25 वर्षों से अधिक समय से अपने लेखों व वार्ताओ एवं टी.वी. व रेडियों के माध्यम से लोगों में सांस की विभिन्न बीमारियों से बचाव व उपचार के बारे में जागरूकता फैला रहे है तथा 20 से अधिक सामाजिक संस्थाओं के माध्यम से टी0बी0 उन्मूलन, तम्बाकू उन्मूलन, प्रदूषण, खान-पान एवं स्वास्थ्य जीवन शैली, योग, निःशुल्क चिकित्सा शिविर, स्वास्थ्य जागरूकता आदि के क्षेत्रों में सक्रिय रूप से योगदान दे रहे है।