- सीएम योगी के विजन अनुसार, उत्तर प्रदेश राज्य भंडारण निगम द्वारा बड़े स्तर पर गोदामों के कायाकल्प की प्रक्रिया होगी शुरू
- फतेहपुर, गोरखपुर, इटावा, फर्रुखाबाद, महोबा, हरदोई, गाजीपुर, शाहजहांपुर, बुलंदशहर व गाजियाबाद में गोदामों का होगा कायाकल्प
- 15.14 करोड़ रुपए की लागत से सभी निर्माण व विकास कार्यों को किया जाएगा पूरा, कायाकल्प प्रक्रिया का खाका तैयार
- प्रक्रिया के अंतर्गत चयनित उत्तर प्रदेश राज्य भंडारण निगम के सभी गोदामों का भविष्य की जरूरतों के हिसाब से होगा मेकओवर
लखनऊ । उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने के लिए प्रतिबद्ध योगी सरकार प्रदेश की भंडारण क्षमताओं में वृद्धि करने की दिशा में भी लगातार प्रयास कर रही है। प्रदेश में ड्राई पोर्ट की तरह काम करने वाले मल्टी मोडल लॉजिस्टिक्स हब (एमएमएलएच) का 7064 करोड़ रुपए की लागत से ग्रेटर नोएडा के दादरी में 823 एकड़ प्रसार वाले क्षेत्र में विकास किया जा रहा है। वहीं, दूसरी ओर इस ल़ॉजिस्टिक्स हब की व्यापक कनेक्टिविटी सुनिश्चित करने के लिए मल्टीमोडल ट्रांसपोर्ट हब (एमएमटीएच) का विकास ग्रेटर नोएडा के बोड़ाकी में किया जा रहा है। इन दो बड़ी परियोजनाओं पर काम करने के साथ ही योगी सरकार ने प्रदेश की भंडारण क्षमताओं में वृद्धि करने और उसे भविष्य की जरूरतों अनुसार तैयार करने की योजना पर काम करना शुरू कर दिया है।
इस क्रम में, प्रदेश के 10 जिलों में 21 गोदामों के व्यापक कायाकल्प का खाका तैयार कर लिया गया है। उत्तर प्रदेश राज्य भंडारण निगम द्वारा इस कार्य को पूरा किया जाएगा। उत्तर प्रदेश राज्य भंडारण निगम के जिन गोदामों का चयन कायाकल्प प्रक्रिया के लिए किया गया है वह फतेहपुर, गोरखपुर, इटावा, फर्रुखाबाद, महोबा, हरदोई, गाजीपुर, शाहजहांपुर, बुलंदशहर व गाजियाबाद जिले में स्थित हैं।
15.14 करोड़ रुपए की लागत से विकास कार्य होगा पूरा : सीएम योगी के विजन अनुसार, प्रक्रिया के अंतर्गत चयनित उत्तर प्रदेश राज्य भंडारण निगम के 21 गोदामों के व्यापक कायाकल्प प्रक्रिया पर 15.14 करोड़ रुपए का व्यय अनुमानित है। इन सभी गोदामों के बेसिक इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार व रिपेयर वर्क समेत इन्हें भविष्य की जरूरतों के हिसाब से तैयार करने की योजना पर काम हो रहा है। कुछ गोदामों में भंडारण की क्षमता को बढ़ाने के लिए आवश्यक बदलाव व नवनिर्माण प्रक्रिया को भी पूरा किया जाएगा।
बुलंदशहर, शाहजहांपुर में सबसे ज्यादा गोदामों का होगा कायाकल्प : निर्धारित प्रक्रिया के अंतर्गत बुलंदशहर में 4 जबकि शाहजहांपुर में 6 गोदामों का कायाकल्प होगा। बुलंदशहर के नवीन मंडी में पार्ट-ए, पार्ट-बी व पार्ट-सी में स्थित 3 गोदामों के कायाकल्प पर 3 करोड़ से ज्यादा की धनराशि खर्च की जाएगी। वहीं, बुलंदशहर के सिकंदराबाद में स्थित गोदाम में 44.46 लाख रुपए की धनराशि से विकास कार्यों को पूरा किया जाएगा। इसी प्रकार, शाहजहांपुर के जमौर स्थित 6 गोदामों के कायाकल्प की भी तैयारी कर ली गई है। जमौर-ए के पार्ट-ए स्थित गोदाम में 1.9 करोड़, जमौर-ए के पार्ट-बी में 67.34 लाख, जमौर-ए के पार्ट-सी में 73.36 लाख, जमौर-सी के पार्ट-ए में 1.16 करोड़, जमौर-सी के पार्ट-बी में 97.23 लाख तथा जमौर-सी के पार्ट-सी में 26.09 लाख की धनराशि व्यय कर निर्माण व विकास कार्यों को पूरा किया जाएगा।
गोरखपुर, गाजीपुर और इटावा में 2-2 गोदामों का होगा मेकओवर : सीएम योगी के विजन अनुसार गोदामों के कायाकल्प को लेकर तैयार की गई विस्तृत कार्ययोजना के अंतर्गत, मौजूदा प्रक्रिया में गोरखपुर, गाजीपुर और इटावा में 2-2 गोदामों का मेकओवर होगा। गोरखपुर के गीडा इंडस्ट्रियल एरिया स्थित गोदाम में 1.35 करोड़ तथा चौरी-चौरा में 39.60 लाख रुपए से गोदाम का कायाकल्प होगा। गाजीपुर के जंगीपुर पार्ट-ए व पार्ट-बी में क्रमशः 26.25 लाख व 1.31 करोड़ रुपए की धनराशि से गोदामों का कायाकल्प होगा।
इसी प्रकार इटावा के सराय ऐसार में 39.68 लाख तथा भरथना में 18.22 लाख की लागत से कायाकल्प प्रक्रिया को पूरा किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, फतेहपुर के जहानाबाद में 18.39 लाख, फर्रुखाबाद के खिमसेपुर में 32.32 लाख, महोबा के जैतपुर में 24.69 लाख, गाजियाबाद जिले के साहिबाबाद में 50.10 लाख रुपए तथा हरदोई के संडीला में 1.12 करोड़ की लागत से गोदामों में सभी निर्माण, रख-रखाव व विकास कार्यों को पूरा किया जाएगा।