- अयोध्या में बढ़ती श्रद्धालुओं व पर्यटकों की संख्या ने उत्पन्न किए रोजगार व व्यापार के नए अवसर
- सीएम योगी के विजन अनुसार, नव्य, भव्य व दिव्य अयोध्या में बढ़ी लोगों की आय, रोजगार व स्वरोजगार को मिल रहा बढ़ावा
- राम नगरी में शॉपिंग काम्प्लेक्स, मॉल, होटल, रेस्त्रां व होम स्टे उद्योग में हुआ बड़ा विस्तार, छोटे से लेकर बड़े व्यापरियों को भी मिल रहा लाभ
- दीपोत्सव जैसे बड़े आयोजन से बदली पहचान, बदहाली नहीं अब बदलाव की सशक्त तस्वीर पेश कर रही अयोध्या नगरी
अयोध्या । भव्य मंदिर में रामलला के विराजमान होते ही अयोध्या वासियों की अर्थव्यवस्था को प्रगति के नए पंख लग गए हैं। श्रद्धालु व पर्यटकों की आमद से व्यापार दिन दूनी-रात चौगुनी तरक्की कर रहा है। होटल व्यवसायी, प्रसाद व्यापारी से लेकर टूर एंड ट्रेवेल्स के तक के बिजनेस चमक गए हैं। 2017 के बाद से अयोध्या तेजी से बदल रही है। योगी सरकार के नेतृत्व में पहला दीपोत्सव होने के बाद ही अयोध्या वैश्विक पटल पर छा गई और रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद से राजा राम की प्रजा की संपन्नता बढ़ती ही जा रही है। आज देश-विदेश से श्रद्धालु अयोध्या पहुंच रहे हैं। इससे स्थानीय दुकानदारों के अलावा अन्य को भी बड़ा फायदा पहुंचा है। राम मंदिर निर्माण के बाद सिर्फ मेलों पर निर्भर रहने वाली अयोध्या की अर्थव्यवस्था को पंख लग गए हैं। बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार मिला है।
उत्पन्न हुए रोजगार व स्वरोजगार के अवसर : श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर 1,000 लोगों को रोजगार दिया गया है। इनको वेतन के साथ पीएफ व ग्रेच्युटी की भी सुविधा प्राप्त है। महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के निकट दुकानों की लाइन लग गई है। मंदिर निर्माण से जहां होटल, सैंकड़ों होम स्टे के कारोबार को पंख लगे हैं वहीं छोटे-छोटे धंधे भी फल-फूल रहे हैं। रामलला की फोटो, लॉकेट, पेन, पानी की बोतल, माथे पर चंदन लगाकर लोग रोजाना 500 से लेकर 800 रुपये तक कमा रहे हैं।
खुल गए बड़े-बड़े होटल, मॉल व रेस्तरां : अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के बाद विकास का मार्ग प्रशस्त हुआ है। नई सड़कें बनीं तो ट्रांसपोर्टेशन बढ़ गया। बड़े-बड़े शॉपिंग कॉम्प्लेक्स खुल गए। मल्टीप्लेक्स थियेटर व ब्रांडेड कपड़ों के तमाम एक्सक्लूसिव शोरूम भी खुल गए हैं। इससे अयोध्या के स्थानीय लोगों में रोजगार के साधन बढ़ गए हैं। साथ ही, स्वरोजगार का मार्ग भी वृहद स्तर पर प्रशस्त हुआ है। होटल व्यवसायी अंचल कुमार गुप्ता कहते हैं की रामलला की प्राण प्रतिष्ठा ने व्यापार में जान डाल दी है। छोटे से छोटा व्यापारी रामलला के आशीर्वाद अच्छी कमाई कर रहा है।
पर्यटकों की आमद से चमका व्यवसाय : होटल संचालक लक्ष्मीकांत पांडेय कहते हैं कि रामलला के भव्य मंदिर में विराजमान होने के बाद ही व्यापार कर पाना संभव हो सका है। लोग लगातार आ रहे हैं और इसी कारण हमारा होटल व्यवसाय चमका है। दीपोत्सव के दौरान तो रूम 2 महीना पहले से ही बुक हो जाते हैं।
दीपोत्सव के बाद और बढ़ेंगे श्रद्धालु : लड्डू व्यापारी चंचल गुप्ता ने बताया की प्राण प्रतिष्ठा के बाद श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ी है, जिसका हमें फायदा मिल रहा है। अयोध्या इस समय न केवल देश बल्कि प्रदेश के भी सबसे बड़े टूरिस्ट डेस्टिनेशन के तौर पर उभरा है और यही कारण है कि दीपोत्सव के बाद भी यहां आने वालों श्रद्धालुओं व पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होगी।
बढ़ी रोजाना की आय : पर्यटक यात्री निवास के प्रबंधक नवीन मिश्र ने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा के बाद से श्रद्धालुओं के संख्या में बड़ा इजाफा हुआ है, जिसका फायदा व्यापारियों को मिल रहा है। उनकी रोजाना की आय भी बढ़ गई है।