चंडीगढ़(डेस्क)। उत्तर प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी और राज्य मंत्री जसवंत सिंह सैनी ने आज चंडीगढ़ स्थित राजभवन में हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय से भेंट की और उन्हें महाकुम्भ 2025 के आयोजन के लिए आमंत्रित किया। महाकुंभ 2025, जो 13 जनवरी से 26 फरवरी 2025 तक प्रयागराज के पावन संगम तट पर आयोजित किया जाएगा, एक ऐतिहासिक और दिव्य आयोजन होगा, जिसमें भारत और दुनिया भर से करोड़ों श्रद्धालु शामिल होंगे।
मुलाकात के दौरान मंत्री नन्दी ने राज्यपाल से कहा कि महाकुम्भ का आयोजन न केवल एक धार्मिक आयोजन है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति, एकता और समृद्ध विरासत का प्रतीक है। यह आयोजन भारत की सांस्कृतिक चेतना को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा और ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की भावना को सशक्त करेगा। उन्होंने हरियाणा की भागीदारी को इस आयोजन को और भी गौरवमयी बनाने के रूप में देखा।
इसके बाद, नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी और जसवंत सिंह सैनी ने चंडीगढ़ में महाकुम्भ 2025 के महत्व और उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा की गई तैयारियों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि महाकुंभ 2025 में लगभग 45 करोड़ तीर्थयात्रियों, साधु-संतों और कल्पवासियों के आने की संभावना है। इस आयोजन को डिजिटल बनाने के लिए कई कदम उठाए गए हैं, जिनमें वेबसाइट, मोबाइल ऐप और एआई आधारित चैटबॉट की स्थापना शामिल है।
महाकुंभ 2025 को स्वच्छ, हरित और पर्यावरण अनुकूल बनाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने विशेष प्रयास किए हैं। इस बार मेला क्षेत्र में डेढ़ लाख से अधिक शौचालय, 5000 यूरिनल और 1500 गंगा सेवक तैनात किए जाएंगे। इसके साथ ही, सुरक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए भी व्यापक इंतजाम किए गए हैं, जिनमें सीसीटीवी निगरानी, 100 बेड का अस्पताल और आईसीयू की व्यवस्था शामिल है।
राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने इस आयोजन को हरियाणा के लिए गर्व का विषय बताया और महाकुंभ 2025 में राज्य की सक्रिय भागीदारी का आह्वान किया।