लखनऊ - प्रदेश के आयुष, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन मंत्री डा0 दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’ ने आज योजना भवन स्थित सभागार में विभागीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। उन्होंने समीक्षा के दौरान अधिकारियों से विभागीय कार्यों की वर्तमान स्थिति की जानकारी ली। साथ ही प्रदेश सरकार के संकल्प पत्र के अनुसार 100 दिन की कार्ययोजना पर रणनीति बनाकर कार्य करने के निर्देश दिए।
आयुष, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन मंत्री डा0 दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’ ने योग, आयुर्वेद व प्राकृतिक चिकित्सा के महत्व को रेखांकित करते हुए बताया कि प्राचीन समय में भारतीयजन आयुर्वेद, योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा के माध्यम से नीरोग जीवन व्यतीत करते थे। वर्तमान में भी अनेक लोग इस विधा का प्रयोग कर स्वस्थ जीवन जी रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि आयुष के क्षेत्र में व्यापक जन सहभागिता की आवश्यकता है।
आयुष मंत्री ने आयुष अस्पतालों की साफ-सफाई एवं इमारतों के रखरखाव एवं पुनरूद्धार पर भी अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने विभाग में रिक्त पदों को भरने के साथ-साथ विभाग के हर प्रोजेक्ट के लिए समयसीमा निर्धारित करने के भी निर्देश दिए हैं। उन्होंने विभागीय औषधि निर्माण अवसंरचना को दुरूस्त करने के साथ-साथ आयुष के क्षेत्र में नवीन अनुसंधानों के महत्व को भी बताया। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में आयुष विभाग द्वारा वितरित किया गया ‘आयुष काढ़ा’ कोरोना की रोकथाम में विशेष रूप से सहायक साबित हुआ है, इसके प्रयोग को जीवनशैली का हिस्सा बनाने की आवश्यकता है।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव आयुष, प्रशान्त त्रिवेदी ने बैठक में विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी दी तथा 100 दिन की कार्ययोजना संबंधी रोडमैप का भी प्रस्तुतिकरण किया। बैठक में अन्य विभागीय उच्चाधिकारी भी उपस्थित थे।