विन्ध्यवासिनी धाम आने वाले श्रद्धालुओं को जल्द ही डिजिटल समाधान उपलब्ध कराएगी योगी सरकार



  • सीएम योगी के विजन को मिशन मानकर वेबसाइट व एंड्रॉयड मोबाइल ऐप का किया जा रहा विकास, जल्द ही पर्यटकों के लिए उपलब्ध होगी सुविधा
  • विभिन्न प्रकार की पर्यटक सुविधाओं के डिजिटल समाधान के रूप में करेगा कार्य, अपट्रॉन को वेबसाइट व ऐप निर्माण का सौंपा गया है जिम्मा
  • क्षेत्रीय पर्यटन कार्यालय की टूरिज्म ऑफरिंग्स को पर्यटकों के समक्ष शोकेस करने का माध्यम बनेगी ऐप व वेबसाइट
  • यूजर फ्रेंडली इंटरफेस पर होगा वेबसाइट व ऐप का निर्माण, कई प्रकार की आधुनिक फीचर्स से किया जाएगा युक्त

लखनऊ । उत्तर प्रदेश में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देकर पर्यटन के लिहाज से नए प्रतिमान स्थापित कर रही योगी सरकार माता विन्ध्यवासिनी धाम आने वाले श्रद्धालुओं को जल्द ही डिजिटल समाधान उपलब्ध कराने जा रही है। सीएम योगी के विजन को मिशन मानकर एक वेबसाइट व एंड्रॉयड मोबाइल ऐप का विकास किया जा रहा है जो जल्द ही पर्यटकों के लिए उपलब्ध होगा। यह विभिन्न प्रकार की पर्यटक सुविधाओं को उपलब्ध कराने के डिजिटल माध्यम के तौर पर कार्य करेगा। यह वेबसाइट व ऐप मीरजापुर स्थित विन्ध्याचल धाम के रीजनल टूरिज्म ऑफिस की टूरिज्म ऑफरिंग्स को पर्यटकों के समक्ष शोकेस करने का माध्यम बनेगी। माता विन्ध्यवासिनी धाम की वेबसाइट व ऐप के निर्माण व विकास का जिम्मा अपट्रॉन पावरट्रॉनिक्स लिमिटेड को सौंपा गया है जोकि इसे यूजर फ्रेंडली इंटरफेस समेत कई प्रकार की आधुनिक फीचर्स से युक्त करने पर फोकस कर रही है।

रोल बेस्ड मैनेजमेंट व मोबाइल कम्पैटिबिलिटी से होगा युक्त : माता विन्ध्यवासिनी धाम के लिए बन रही वेबसाइट व ऐप को रोल बेस्ड मैनेजमेंट, रिपोर्टिंग व एनालिटिक्स तथा नोटिफिकेशन जनरेशन समेत विभिन्न खूबियों से लैस किया जाएगा। इस वेबसाइट व ऐप में विशेषतौर पर मोबाइल कम्पैटिबिलिटी के लिए रिस्पॉन्सिव डिजाइन आधारित बनाया जाएगा। सिक्योरिटी के लिहाज से डाटा इन्क्रिप्शन, एक्सेस कंट्रोल, बैकअप व रिकवरी जैसी प्रक्रियाओं से भी इसे युक्त किया जाएगा। वेबसाइट व ऐप को 5 चरणों में विकसित किया जाएगा। इसमें प्लानिंग, एनालिसिस, डिजाइन, इंप्लिमेंटेशन, टेस्टिंग-इंटीग्रेशन जैसी प्रक्रियाओं को पूरा किया जाएगा।

तीर्थ यात्रियों से संवाद स्थापित करने का बनेगा सशक्त माध्यम : वेबसाइट का निर्माण फ्री एंड ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर (एफओएसएस) के आधार पर होगा। वेबसाइट व ऐप यूजर फ्रेंडली इंटरफेस के आधार पर निर्मित होंगे जिसमें रीजनल टूरिज्म ऑफरिंग्स को शोकेस करने के साथ तीर्थ यात्रियों से संवाद स्थापित करने का सशक्त माध्यम साबित होगा। इससे क्षेत्रीय पर्यटन कार्यालय के पास भी डिजिटल माध्यम से धाम की विभिन्न गतिविधियों, सुविधाओं तथा अन्य विवरणों को सहेजने का मार्ग प्रशस्त होगा।

हिन्दी व अंग्रेजी भाषा में वेबसाइट-ऐप को किया जा सकेगा एक्सेस : माता विन्ध्यवासिनी धाम के लिए बन रही वेबसाइट व ऐप को हिंदी व अंग्रेजी भाषाओं में एक्सेस किया जा सकेगा। यह सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन (एसईओ) से युक्त होगा जिससे उपयोगकर्ताओं को इसे प्रयोग करने में आसानी होगी। इसके निर्माण, विकास व रखरखाव के लिए एक विशिष्ट टीम का गठन किया जाएगा जो कि सिस्टम स्टडी, सिस्टम कॉन्सेप्च्युलाइजेशन, सिस्टम एनालिटिक्स व डिजाइन, डाटाबेस मॉडलिंग, एप्लिकेशन के विकास, टेस्टिंग व बग फिक्सिंग, यूजर एक्सेप्टेंस टेस्ट, इंप्लिमेंटेशन के बाद मेंटिनेंस व अन्य जरूरी प्रक्रियाओं को पूरा किया जाएगा। वेब पेज व ऐप पर उत्तर प्रदेश व केंद्र सरकार से जुड़ी जानकारियों, टेंडर व अन्य जरूरी जानकारियों को एक स्थायी फॉर्मैट के आधार पर प्रदर्शित करने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।