- क्लीनिक, निजी अस्पतालों व नर्सिंग होम में बनाएं ओआरएस कार्नर
- पीएसआई इंडिया व केनव्यू के सहयोग से चलाया जा रहा ‘डायरिया से डर नहीं’ कार्यक्रम
मुरादाबाद । शून्य से पांच साल तक के बच्चों को डायरिया से सुरक्षित बनाने को निजी चिकित्सक, निजी अस्पताल व नर्सिंग होम आगे आयें और डायरिया के केस की रिपोर्टिंग में सहयोग करें। इसके साथ ही अपने क्लिनिक, अस्पताल व नर्सिंग होम में ओआरएस कार्नर जरूर बनायें ताकि लोगों को आसानी से समझ आ सके कि डायरिया के इलाज में ओआरएस की सबसे बड़ी भूमिका है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के सभागार में बुधवार को स्वास्थ्य विभाग के तत्वावधान में पापुलेशन सर्विसेज इंटरनेशनल इंडिया और केनव्यू के सहयोग से आयोजित पब्लिक प्राइवेट इंटरफेस बैठक में यह अपील मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. कुलदीप सिंह ने की। बैठक में निजी अस्पतालों के 25 चिकित्सक व प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि जिले में स्टॉप डायरिया अभियान में सहयोग के लिए पीएसआई इंडिया और केनव्यू के सहयोग से “डायरिया से डर नहीं” कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इसके तहत फ्रंट लाइन वर्कर यानि आशा, एएनएम और महिला आरोग्य समिति की सदस्यों का अभिमुखीकरण किया जा रहा है ताकि वह समुदाय में जागरूकता की अलख जगाते हुए बच्चों को डायरिया से सुरक्षित बनाने में मददगार साबित हो सकें। इसके अलावा अस्पतालों में ओआरएस व जिंक कार्नर बनाने के साथ ही दीवार लेखन भी किया जा रहा है। इस दिशा में निजी चिकित्सक, अस्पताल और नर्सिंग होम भी आगे आयें और इन गतिविधियों में हाथ बटाएं ताकि बच्चों को आसानी से डायरिया से सुरक्षित बनाया जा सके।
बैठक में उपस्थित इंडियन एकेडमी ऑफ़ पीडियाट्रिक्स (आईएपी) के अध्यक्ष डॉ. कुमार गौरव गुप्ता ने भी सभी निजी चिकित्सकों और अस्पतालों से आग्रह किया कि वह “डायरिया से डर नहीं” कार्यक्रम में सहयोग करते हुए डायरिया केस की रिपोर्टिंग सुनिश्चित करें। बैठक में इन्डियन मेडिकल एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष डॉ. रवि गांगल ने कहा कि समुदाय स्तर पर ओआरएस के बारे में जागरूकता की अलख जगाना बहुत जरूरी है। बैठक में जिला कार्यक्रम प्रबंधक रघुबीर सिंह ने प्राइवेट हॉस्पिटल से डायरिया कार्यक्रम की रिपोर्ट नवीन एचएमआईएस फॉर्मेट पर करने एवं कार्यक्रम में प्राइवेट हॉस्पिटल से अपेक्षाओं पर चर्चा की।
बैठक में मंडलीय मूल्यांकन एवं अनुश्रवण अधिकारी देवेन्द्र कुमार, अर्बन हेल्थ को-आर्डिनेटर प्रमोद कुमार, जिला डेटा प्रबंधक परविंदर, जिला हेल्थ मैनेजमेंट एंड इनफार्मेशन सिस्टम (एचएमआईएस) से राजीव कुमार, जेएसआई से रजनी त्यागी एवं राबिया, पीएसआई इंडिया से अनिल कुमार द्विवेदी, डॉ. गीतिका, ममता व रिजवान आदि उपस्थित रहे।