विश्व माहवारी स्वच्छता दिवस पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित



  • पेस संस्था ने शाहजहांपुर व फिरोजाबाद में आयोजित किया जागरूकता कार्यक्रम
  • लड़कियों के बीच मेंहदी व अन्य प्रतियोगिताएं आयोजित कर बांटे सेनेटरी पैड

लखनऊ - विश्व माहवारी स्वच्छता दिवस पर बुधवार को पेस संस्था ने शाहजहांपुर और फिरोजाबाद में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया। इस मौके पर विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित कर सेनेटरी पैड का वितरण किया गया।     

इसी क्रम में पेस संस्था ने शाहजहांपुर के ग्राम पंचायत पीपरोली में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया। इस मौके पर कार्यक्रम की मुख्य अतिथि ग्राम प्रधान उर्मिला, विशिष्ट अतिथि एएनएम ज्योति सिंह, पेस संस्था की सचिव राजविंदर कौर, जिला समन्वयक गोपाल मिश्रा और समुदाय तथा  ग्राम की महिलाएं उपस्थित रहीं। कार्यक्रम की शुरुआत आराधना सिंह के द्वारा स्वागत एवं परिचय के साथ हुई, जिसमें मासिक धर्म स्वच्छता दिवस की महत्ता और उद्देश्य पर प्रकाश डाला गया। कार्यक्रम में संस्था की सचिव राजविंदर कौर द्वार बताया गया कि यह दिवस प्रत्येक वर्ष 28 मई को मनाया जाता है ताकि मासिक धर्म से जुड़ी स्वच्छता, जागरूकता और सामाजिक धारणा में बदलाव लाया जा सके। 28 मई की तारीख प्रतीकात्मक है – 28 दिन का मासिक चक्र और 5 दिन की औसत माहवारी अवधि को दर्शाते हुए मई (पांचवां महीना) की 28 तारीख चुनी गई है। कार्यक्रम के दौरान मेंहदी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें स्वेता, नेहा, ललिता, गौरी, शिवानी, सिमरन जीत कौर आदि किशोरियों ने प्रतिभाग किया। सभी को संस्था द्वारा सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया गया। इसके पश्चात 40 किशोरियों तथा महिलाओं को सेनेटरी पैड वितरित किये गए।

दूसरी ओर पेस दिशा-चाइल्ड फंड इंडिया द्वारा फिरोजाबाद क्लब में अंतरराष्ट्रीय मासिक धर्म स्वच्छता दिवस पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर समुदाय के सदस्यों एवं सरकारी विभागों के अधिकारियों की गरिमामयी उपस्थिति रही। किशोरी नम्रता, राखी और सोनम  ने अपनी कहानियों के माध्यम से बताया कि संस्था से जुड़ने के बाद उन्हें माहवारी स्वच्छता प्रबंधन, एनीमिया, पोषण और यौन एवं प्रजनन स्वास्थ्य के प्रति समझ विकसित हुई है जिससे उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव आए हैं। इसके पश्चात किशोरियों द्वारा नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया गया, जिसमें समाज में माहवारी को लेकर फैली भ्रांतियों और मिथकों को उजागर करते हुए जागरूकता का संदेश दिया गया। नाटक के माध्यम से संदेश दिया गया कि मासिक धर्म एक जैविक प्रक्रिया है और इससे जुड़ी शर्म एवं संकोच को खत्म किया जाना चाहिए। कार्यक्रम के अंतर्गत किशोरियों को माहवारी स्वच्छता प्रबंधन किट (जिसमें सैनिटरी पैड, डेटॉल, हैंडवॉश, नेल कटर और जागरूकता सामग्री शामिल थी) वितरित की गई। इसके माध्यम से उन्हें माहवारी के दौरान साफ-सफाई बनाए रखने की आवश्यकता और तरीके समझाए गए।