ग्रामीण रोजगार के साथ कोरोना पर वार : “समर्थ” ने लड़कियों को आर्थिक रूप से बनाया समर्थ



लखनऊ, 12 मई - 2020 - जिले के बख्शी  का तालाब ब्लॉक के भौली ,पश्चिम गाँव  एवं चिनहट के बसवानपुरवा, फ़रूखाबाद, पलहरी, रोशनबाद ,समाधानपुर और  नहरहरपुर की लगभग 50 लड़कियां अपने घरों पर मास्क बना रही हैं, इसके एवज में स्वयंसेवी संस्था उनकी आर्थिक मदद कर रही है |  वह इस तरह से घर वालों की आर्थिक मदद कर रही हैं क्योंकि कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए किये गए  लॉकडाउन के चलते  बहुत से परिवारों के आय का जरिया बंद हो  चुका है | ऐसे में यह लड़कियां अपने परिवारों के लिए  रोशनी की किरण बनकर सामने आई हैं  | यह सब संभव हुआ है स्वयंसेवी संस्था “समर्थ” के कारण |

समर्थ संस्था विगत चार वर्षों से लखनऊ जिले में  कार्यरत है । संस्था ने कोविड-19 के संक्रमण के दौरान  विभिन विकास खण्डों  के कुल आठ गाँवों की 50 लड़कियों  को चिन्हित करके मास्क बनाने के काम से जोड़ा है । संस्था द्वारा इन लड़कियों को विभिन्न लोगों से संपर्क कराकर  लगातार कार्य दिलवाकर मदद की जा रही है । इन किशोरियों मे भी काफी उत्साह है | इस काम को लेकर इससे उनके पास पैसे बच जाते हैं,  जिससे आज वह  अपने माँ - बाप की इस कठिन परिस्थिति में मदद कर पा रही हैं ।

इसके साथ ही संस्था ने कोविड-19 से लड़ने के लिए आम जन को मास्क एवं राशन किट उपलब्ध कराने का भी  अभियान चला रखा है । संस्था द्वारा लगभग 6000 मास्क बनवाकर वितरित किया गया है ।  संस्था यह  मास्क पुलिस कर्मियों एवं नगर निगम को भी दे रही ताकि हमारी सुरक्षा कर रहे कोरोना योद्धा  सुरक्षित तरीके से कार्य कर सकें  । संस्था द्वारा अब तक 678 परिवारों को राशन किट देकर भी गरीब परिवारों की मदद की गयी है ।

संस्था के निदेशक प्रवेश द्विवेदी ने बताया- संस्था ने पिछ्ले  चार वर्षों में लगभग 1000 लड़कियों को निःशुल्क तीन महीने का सिलाई का प्रशिक्षण दिया  है | कोविड-19 के इस मुश्किल दौर में लड़कियों को दिया गया प्रशिक्षण उनके लिए मददगार साबित हो रहा है |

समाधानपुर गाँव की 20 वर्षीय रोली बताती हैं कि लॉकडाउन के चलते हम घर पर ही रहते हैं | हमारे पिता खेती करते हैं | संस्था के द्वारा  जो प्रशिक्षण दिया गया उसके बदौलत ही हम आज  मास्क बनाने में सक्षम होने के साथ ही मुश्किल वक्त में परिवार की मदद कर पा रहे हैं |