- गोल्डन मिल्क यानि हल्दी दूध प्रतिरोधक क्षमता बढाने में कारगर
लखनऊ, 11 अगस्त 2020 - कोरोना संक्रमण से बचाव में जहाँ मास्क लगाना , सामाजिक दूरी और बार-बार हाथ धोना महत्वपूर्ण हथियार हैं वहीँ शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत रखना भी जरूरी है ताकि वायरस के संक्रमण से बचा जा सके | विशेषज्ञों तथा आयुष मंत्रालय ने प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में गोल्डन दूध यानी हल्दी मिले दूध का सेवन करने की सलाह दी है |
हल्दी भारतीय पारंपरिक रसोई का एक महत्वपूर्ण मसाला है | यह अधिकतर खाने में उपयोग में लायी जाती है | इस सम्बन्ध में किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी की वरिष्ठ डायटिशियन डा. सुनीता सक्सेना का कहना है – हल्दी में करक्यूमिन नामक तत्व पाया जाता है जिसके कारण हल्दी का रंग पीला होता है | यह तत्व सूजन कम करने में मदद करता है | साथ ही यह शरीर में खून के थक्के रोकने में भी मददगार होती है |
हल्दी पाचन क्रिया में भी सहायक होती है | साथ ही गठिया और मानसिक बीमारियों जैसे अल्जाइमर या स्ट्रोक जैसी बीमारियों में भी लाभकारी होती है | डा सुनीता बताती हैं – इसमें एंटीसेप्टिक और एंटी बैक्टीरियल गुण भी होते हैं जिसके कारण घाव या संक्रमण की स्थिति में हल्दी मिला दूध फायदेमंद होता है | हल्दी में पालीससेकराइड नामक तत्व पाया जाता है जिसमें एंटी फंगल, एंटी बैक्टीरियल और एंटी वायरल एजेंट होते हैं | यह हमारी प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाने में सहायक होते हैं | इसलिए आज कोरोना संक्रमण के दौरान हल्दी मिले दूध पीने की सलाह दी जा रही है |
डा. सुनीता के अनुसार – हल्दी में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन फाईबर सहित मैग्नीशियम, कैल्शियम, फोस्फोरस और पोटैशियम होता है | इसमें सोडियम और कोलेस्ट्रोल कम मात्रा में पाया जाता है जबकि यह विटामिन सी और फाइबर का अच्छा स्त्रोत है |
हल्दी एंटी कैंसर, एंटी डायबिटिक, एंटी इन्फेल्मेट्री गुणों से भरपूर होती है | आंवले के साथ लेने में डायबिटीज में लाभदायक होती है | यह खून रोकने में भी सहायक होती है | साथ ही त्वचा को निखारने में भी सहायक है | इसका सौंदर्य प्रसाधनों में भी उपयोग किया जाता है |