लखनऊ, 26 अगस्त 2020 - कैंट निवासी 62 वर्षीया उमा शुक्ला बताती हैं - मार्च से अभी तक उनके यहाँ कोई भी फल नहीं आये हैं और सब्जियां भी वही आती हैं जिन्हें हम छीलकर उपयोग में लाते हैं | ऐसे में हमारे पास बहुत कम विकल्प हैं | कोरोना संक्रमण के दौरान जहाँ इस बात पर जोर दिया जा रहा है कि शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होनी चाहिए लेकिन यदि हम डर के कारण फल या सब्जियों का सेवन नहीं करेंगे तो आयरन और विटामिन्स की कमी हो सकती है | इसका प्रभाव हमारी प्रतिरोधक क्षमता पर भी पड़ेगा |
क्वीन मेरी अस्पताल की मुख्य चिकित्सा अधीक्षिका और स्त्री रोग विशेषज्ञ डा. एस.पी.जैसवार (इनसेट में ) बताती हैं - आयरन की कमी या एनीमिया एक गंभीर समस्या है | राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण-4 (2015-16) के अनुसार – प्रदेश में 15 से 49 वर्ष की 51%.गर्भवती , 15 से 49 वर्ष के 23.7 फीसद पुरुष और 15 से 49 वर्ष की 52.4% महिलाएं एनीमिया से ग्रसित हैं | एक स्वस्थ महिला में हीमोग्लोबिन की मात्रा 12 ग्राम/डेसीलीटर और पुरुषों में 14 ग्राम प्रति डेसीलीटर होनी चाहिए |
एनीमिया हमारी शारीरिक व मानसिक क्षमता को प्रभावित करता है | एनीमिया में हीमोग्लोबिन की कमी होती है | आयरन हमारे शरीर में रेड ब्लड सेल्स का निर्माण करता है | यह कोशिकाएं ही हमारे शरीर में हीमोग्लोबिन बनाने का काम करती हैं | डॉ. जैसवार ने बताया- हीमोग्लोबिन ही फेफड़ों से ऑक्सीजन लेकर खून में पहुंचाता है | यही कारण है कि शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी होने से ऑक्सीजन की कमी होने लगती है और शरीर को पर्याप्त ऊर्जा नहीं मिलती है |
जो भी व्यक्ति अपने खान पान का ख्याल नहीं रखता है उसे एनीमिया हो सकता है लेकिन महिलाओं में एनीमिया की समस्या अधिक देखने को मिलते हैं | डा. जैसवार बताती हैं - आज कोरोना के दौर में तो हमें इस पर विशेष ध्यान देना चाहिए क्योंकि इससे हमारी प्रतिरोधक क्षमता भी कम हो सकती है | ऐसी स्थिति में कोरोना के संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है |
हमें ऐसे समय में अपने खान पान का विशेष ध्यान रखना चाहिए | हमें फल व सब्जियों को अच्छी तरह से धोकर खाना चाहिये | जो व्यक्ति सब्जी लेकर आता है वह पहले अपने हाथ और पैर अच्छे से धोये उसके बाद सब्जी के पैकेट को सेनिटाइज करें या 1 फीसद हाईपोक्लोराईट के घोल से साफ़ करें इसके बाद सब्जियों को अच्छे से धोएं और अच्छे से पकाकर खाएं | हरी सब्जियों को लोहे के बर्तन में ढककर पकाएं | ऐसे फलों का सेवन करें जिन्हें छिलका उतारकर खा सकते हैं | बाजार में सब्जी खरीदते समय मास्क लगाकर जाएँ और दूसरों से 6 फीट की दूरी बनाकर रखें | खाना बनाने व खाना खाने से पहले हाथों को साबुन और पानी से अच्छे से धोएं | हमें संतुलित आहार का सेवन करना चाहिए | गर्भवती एवं धात्री महिलाओं को डाक्टर की सलाह से आयरन की गोलियों का सेवन करना चाहिए | आयरन की गोलियों को विटामिन सी युक्त खाद्य पदार्थ जैसे नीबू पानी, संतरा, आंवले के साथ लेना चाहिए | विटामिन सी शरीर में आयरन के अवशोषण को बढ़ाता है | भोजन करने के दो घंटे बाद या पहले दूध का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि यह आयरन के अवशोषण को कम करता है |
क्या हैं एनीमिया के लक्षण:
• सांस फूलना |
• थकावट आना |
• चक्कर आना
• घबराहट |
• एकाग्रता में कमी |
• आँखों, हथेलियों और नाखून का रंग पीला होना |
एनीमिया से बचने के लिए क्या सेवन करें :
• संतुलित आहार का सेवन करें |
• गुड़ , चना , हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे पालक, चना, लाल साग |
• सहजन, खजूर, सोयाबीन, अंकुरित दालें, तिल बाजरा |
• अगर माँसाहारी हैं तो –लाल मांस, कलेजी, मुर्गा, मछली अंडा |
राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण-4 (2015-16) के अनुसार – लखनऊ में 15 से 49 वर्ष की 35.4% गर्भवती , 15 से 49 वर्ष के 22.9 फीसद पुरुष और 15 से 49 वर्ष की 58.4% महिलाएं एनीमिया से ग्रसित हैं |