‘शिक्षा गौरव सम्मान’ से सम्मानित हुए डा. जगदीश गाँधी



लखनऊ - प्रख्यात शिक्षाविद् एवं सिटी मोन्टेसरी स्कूल के संस्थापक डा. जगदीश गाँधी को आज शिक्षा के क्षेत्र में अतुलनीय योगदान हेतु ‘शिक्षा गौरव सम्मान’ प्रदान कर सम्मानित किया गया। इन्स्पायर इण्डिया फाउण्डेशन एवं कैरियर पाथवेज के संयुक्त तत्वावधान में होटल फेयरफील्ड मैरियट में आयोजित भव्य सम्मान समारोह में जिंदल इन्स्टीट्यूट आॅफ बिहैविरल साइन्सेज के प्रिंसिपल डायरेक्टर एवं सेन्टर आॅफ विक्टिमोलाॅजी के डायरेक्टर प्रोफेसर संजीव पी. साहनी ने डा. जगदीश गाँधी को प्रशस्ति पत्र एवं अगंवस्त्र से नवाजा। इस अवसर पर बड़ी संख्या में लखनऊ के संभ्रान्त नागरिकों के अलावा शिक्षा, साहित्य, पत्रकारिता व प्रशासनिक जगत की प्रख्यात हस्तियाँ मौजूद थी।

इस अवसर पर प्रोफेसर संजीव पी. साहनी, प्रिंसिपल डायरेक्टर, जंदल इन्स्टीट्यूट आफ बिहैविरल साइन्सेज एवं डायरेक्टर, सेन्टर आफ विक्टिमोलाॅजी ने अपने संबोधन में कहा कि डा. गाँधी के नेतृत्व में सी.एम.एस. ने विश्व पटल पर जो सम्मान अर्जित किया है, वह लखनऊ ही नहीं अपितु पूरे देश के लिए गर्व की बात है। ‘शिक्षा गौरव सम्मान’ से नवाजे जाने पर अपनी प्रसन्नता व्यक्त करते हुए डा. जगदीश गाँधी ने कहा कि इस सम्मान का सम्पूर्ण श्रेय सी.एम.एस. के समस्त शिक्षकों को जाता है, जिनके अथक परिश्रम व लगन की बदौलत ही सी.एम.एस. ने शैक्षिक क्षेत्र में अनेकों कीर्तिमान स्थापित किये हैं। इस अवसर पर कैरियर पाथवेज के मैनेजिंग डायरेक्टर डा. अभिजीत बनर्जी एवं सी.एम.एस. के इण्टरनेशनल रिलेशन्स डिपार्टमेन्ट के हेड डा. शिशिर श्रीवास्तव ने भी अपने विचार व्यक्त किये।

सी.एम.एस. के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी श्री हरि ओम शर्मा ने बताया कि डाॅ. जगदीश गाँधी के अथक परिश्रम, लगन व मार्गदर्शन का परिणाम है कि 5 बच्चों से शुरू हुए सिटी मोन्टेसरी स्कूल में आज 58,000 से अधिक छात्र क्वालिटी एजूकेशन प्राप्त कर रहे हैं। डा. गाँधी को डाक्टरेट की छः मानद उपाधियों से नवाजा जा चुका है, साथ ही शिक्षा एवं समाजसेवा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान हेतु देश-विदेश में अनेकानेक पुरस्कारों, सम्मानों एव उपाधियों से नवाजा जा चुका है, जिनमें डेरोजियो अवार्ड, यू.पी. रत्न पुरस्कार, फ्रेंड आॅफ यंग फिजीसिस्ट अवार्ड, पीस रिप्रन्जेटिव पुरस्कार, वारिस अली शाह पुरस्कार, क्वालिटी पायनियर अवार्ड एवं शिक्षा गौरव सम्मान आदि प्रमुख हैं।