बच्चों के कोविड टीकाकरण में और तेजी लायें : सीडीओ



  • कोविड टीकाकरण की समीक्षा बैठक में दिए निर्देश

लखनऊ - बच्चों के कोविड टीकाकरण की रफ़्तार में और तेजी लाने के निर्देश मुख्य विकास अधिकारी अश्विनी  कुमार पाण्डेय ने दिए हैं। स्मार्ट सिटी लालबाग में वृहस्पतिवार को कोविड टीकाकरण को लेकर हुई समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए उन्होंने यह निर्देश दिए। इसके साथ ही माइक्रोप्लान के मुताबिक़ गत 23 अप्रैल से चल रहे कोविड टीकाकरण की समीक्षा भी की ।

मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि स्कूल चलो अभियान के दौरान 12 से 14 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों के परिजनों को कोविड टीकाकरण के लिए शिक्षक जागरूक करें और उन्हें कोविड टीकाकरण के फायदे बताएं। बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए कि वह जनपद में स्थापित कंट्रोल रूम के माध्यम से टीम और स्कूलों के प्रधानाचार्य से प्रति घंटे सूचना प्राप्त करें। इसके साथ ही राजधानी के बड़े विद्यालय पैरेंट्स-टीचर मीटिंग की तिथि और समय की सूचना स्वास्थ्य विभाग और जिला विद्यालय निरीक्षक को भी उपलब्ध कराएं ताकि उनकी टीम सामूहिक प्रयास से कोविड टीकाकरण के लिए लोगों को प्रेरित कर सके।  इसी के साथ एक हफ्ते की टीकाकरण की योजना तैयार कर जिला प्रतिरक्षण अधिकारी को सौंप दें ताकि उसके मुताबिक़ टीकाकरण में आसानी हो।

मुख्य विकास अधिकारी ने जिला पंचायत राज अधिकारी को भी निर्देशित किया है कि वह ग्राम प्रधानों के साथ ज़ूम मीटिंग कर बच्चों के कोविड टीकाकरण के लिए समुदाय को प्रेरित करें ताकि बच्चों को कोरोना से सुरक्षित बनाया जा सके। जिला विद्यालय निरीक्षक को निर्देश दिए कि 15-17 वर्ष की आयु वर्ग के जिन किशोर-किशोरियों का कोविड टीकाकरण नहीं हुआ है या जिन्हें कोविड टीके की दूसरी डोज नहीं लगी है ऐसे किशोर - किशोरियों का कोविड टीकाकरण कराना सुनिश्चित करें ।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. मनोज अग्रवाल ने कहा-सभी लोग अपना कोविड टीकाकरण अवश्य कराएं क्योंकि कोरोना से लड़ाई में यही एक कारगर हथियार है।  जागरूक बनें, खुद भी टीका लगवाएं और दूसरों को भी टीका लगवाने के लिए प्रेरित करें।  कोविड का टीका सभी आयु वर्ग के लिए सुरक्षित है। कोविड टीकाकरण कराने के साथ ही कोरोना से बचाव के प्रोटोकॉल का पालन अवश्य करें, मास्क लगाएं, दो गज की शारीरिक दूरी का पालन करें और बार- बार हाथ धुलते रहें ।

इस मौके पर जिला विकास अधिकारी, जिला पंचायत राज अधिकारी, जिला विद्यालय निरीक्षक, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी, जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी, समस्त अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी, समस्त सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों के अधीक्षक उपस्थित रहे ।