- स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता एवं परिवार कल्याण सेवाओं के बारे में मिली जानकारी
कानपुर - यौन और स्वास्थ्य के बारे में गलत धारणाव स्पष्ट दृष्टिकोण की कमी के चलते महिलाओं के लिए बहुत सारी समस्याएं पैदा होतीहैं। जागरूकता की कमी से व्यक्ति सेक्सडिसऑर्डर के अन्तर्निहित कारणों को समझने में सक्षम नहीं हो पाता है। यौन बीमारियों के बारें में जागरूक रहने पर आप बीमारी को ठीक करने के लिए जरूरी मदद प्राप्त कर सकते हैं।
यह बातें जनपद में सोमवार को एमकेयू समूह के तत्तवाधान में मुख्य चिकित्साधिकारी, टीसीआई/पीएसआई इंडिया एवं सीआईआई के सहयोग द्वारा स्वास्थ्य एवं परिवार नियोजन विषय पर आयोजित अभिमुखीकरण कार्यशाला के दौरान कही गयीं। कार्यशाला में 37 पुरुष श्रमिकों के साथ उनके स्वास्थ्य के मुद्दे पर चर्चा की गयी एवं उन्हें सरकार द्वारा संचालित सेवाओं के बारे में जानकारी दी गयी।
कार्यक्रम की मुख्य प्रशिक्षक वरिष्ठ महिला रोग विशेषज्ञ डॉ कंचनमाला गुप्ता ने बताया - स्वास्थ्य एवं परिवार नियोजन के बारे में जागरूकता बहुत जरूरी है। उन्होंने बताया विवाह के तुरंत बाद गर्भ धारण करने के बजाय कम से दो साल बाद गर्भ धारण करना चाहिए, ताकि वह विवाह के तुरंत बाद अपने वैवाहिक जीवन का आनंद ले सकें | स्वास्थ्य केंद्रों पर परिवार नियोजन के विभन्न साधन उपलब्ध हैं | प्रशिक्षित विशेषज्ञ की सलाह पर परिवार नियोजित करने एवं अनचाहे गर्भ से सुरक्षित रहने के लिए वह इनका चुनाव कर सकते हैं |उन्होने विस्तार से प्रतिभागियों के स्वास्थ्य समस्याओं को सुना एवं समुचित जानकारी प्रदान की।
उन्होंने कहा देश में परिवार नियोजन की सफलता सिर्फ गर्भनिरोधकों के इस्तेमाल को बढ़ावा देकर आबादी की वृद्धि दर को स्थिर बनाने पर ही नहीं बल्कि सूचनाओं के प्रसार और पहुंच पर भी निर्भर करती है। परिवार नियोजन कार्यक्रम तभी प्रभावशाली होगा, जब महिलाओं के साथ पुरुष भी भागीदारी निभायें।
इस अवसर पर एमकेयू समूह के निदेशक एवं ऑपरेशन मैनेजर ने प्रतिभागियों को स्वागत किया एवं कार्यक्रम को सुचारू रूप से संचालित करने में सहयोग प्रदान किया। टीसीआई/पीएसआई इंडिया की तरफ से अमित कुमार एवं अनिल द्विवेदी ने प्रतिभाग करते हुए शहरी क्षेत्र में सरकार द्वारा संचालित कार्यक्रमों की जानकारी दी एवं नगरीय क्षेत्र में संचालित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर उपलब्ध सुविधाओं के बारे में बताया। इस कार्यक्रम में उपस्थित प्रतिभागियों ने प्रशिक्षण के उपरान्त अपने अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि इस प्रशिक्षण से काफी जानकारी प्राप्त हुई एवं इस प्रकार के कार्यक्रम समय-समय परआयोजित होने चाहिए।