जिले के एफआरयू पर गर्भवती महिलाओं का किया गया स्वास्थ्य परीक्षण



  • 110 महिलाओं ने स्वास्थ्य केन्द्रों पर कराया डाक्टरों से जांचें
  • मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिए उठाया गया बड़ा कदम

बाराबंकी, 24 मई 2022। मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम करने के लिए एक और पहल की गई है। जिले के छह संदर्भन इकाई पर  प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान (पीएमएसएमए) दिवस के रूप में मनाया गया। इस दौरान एमबीबीएस चिकित्सकों व स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञों ने शिविर में आई गर्भवती महिलाओं की जांच कर उच्च जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं को चिन्हित किया ।

अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. केएनएम त्रिपाठी ने बताया कि जिला महिला चिकित्सालय सहित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र देवा, फतेहपुर, आरएसघाट, टिकैतनगर और रामनगर एवं सिरौली गौसपुर 100 बेड हास्पिटल एफआरयू (प्रथम संदर्भन इकाई) पर प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान (पीएमएसएमए) दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया । इस दौरान स्वास्थ्य कार्यक्रम में पहुंची करीब 110 गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य का परीक्षण किया गया जिसमे 65 गर्भवती महिलाएं हाई रिस्क प्रेगनेंसी वाली मिली। इनमें खून की कमी पाई गई। इन एचआरपी महिलाओं का विशेष ध्यान रखने के लिए आशा, आंगनबाड़ी व एएनएम को जिम्मेदारी सौंपी गई है। सभी चिन्हित गर्भवतियों को चिकित्सकों द्वारा विशेष उपचार और आवश्यक परामर्श दिया गया है । सभी गर्भवती महिलाओं को पोषण, स्वच्छता, विशेष देखभाल और सुरक्षित एवं संस्थागत प्रसव के लिए प्रोत्साहित किया गया है ।

जिला कार्यक्रम अधिकारी अम्बरीश द्विवेदी ने बताया कि विस्तारित अभियान के तहत हर माह की 24 तारीख़ को मातृत्व क्लीनिक पर गर्भवती महिलाओं को कम से कम एक बार विशेषज्ञ अथवा एमबीबीएस चिकित्सक की देख-रेख में निःशुल्क प्रसव पूर्व गुणवत्तापरक जांच एवं उपचार से आच्छादित किया गया। उन्होंने बताया कि इसमें स्वास्थ्य विभाग उच्च जोखिम गर्भावस्था वाली महिलाओं को चिन्हित करेगा। इनको जांच और इलाज में प्राथमिकता देने के साथ ही उनके उपचार के विशेष प्रबंध भी किए जाएंगे। इसके पूर्व पीएमएसएमए दिवस प्रत्येक माह की नौ तारीख को मनाया जा रहा था।

डीपीएम ने बताया कि जिले में मातृत्व दिवस का आयोजन के दौरान गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांचे जैसे हीमोग्लोबिन, शुगर, यूरीन, ब्लड ग्रुप, एचआईवी, सिफलिस, वजन, ब्लडप्रेशर, अल्ट्रासाउंड एवं अन्य जांच और परामर्श सेवाएं निःशुल्क प्रदान की गई । इसके साथ ही टिटनेस का टीका, आयरन, कैल्शियम एवं आवश्यक दवाएं भी मुफ्त में प्रदान की जायेगी।