- मकान की छतों पर भी रहा पुलिस का कड़ा पहरा,नमाज के बाद घर जाने की अपील
कानपुर(डेस्क) - बेकनगंज के नई सड़क पर बीते शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद से स्थिति तनावपूर्ण शांति वाली बरकरार है। एक सप्ताह बाद शुक्रवार को शांतिपूर्ण ढंग से जुमे की नमाज संपन्न कराने के लिए पुलिस अफसरों ने सुबह से ही मोर्चा संभाला। पुलिस आयुक्त दलबल के साथ उपद्रव प्रभावित क्षेत्र में पैदल गश्त करते नजर आए।
बेकनगंज में बीते शुक्रवार को दुकानें बंद कराने को लेकर विवाद के बाद उपद्रव हुआ था। चार घंटे तक चले बवाल के बाद यहां भारी पुलिस बल की तैनाती की गई थी। जिसके बाद से उपद्रव प्रभावित क्षेत्र में लगातार पुलिस बल की तैनाती के साथ सुबह, दोपहर और शाम को लगातार गश्त चल रहा है। एक सप्ताह बाद शुक्रवार को यहां फिर से बाजार बंद रहा। सड़कों पर कर्फ्यू जैसा सन्नाटा नजर आ रहा था। जुमे की नमाज शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए पुलिस आयुक्त विजय सिंह मीना, संयुक्त पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश तिवारी,फोर्स, बज्र वाहन, रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) के साथ उपद्रव प्रभावित क्षेत्र में पैदल गश्त करते नजर आए। सुबह से ही अफसरों ने यहां मोर्चा संभाल रखा था। पुलिस आयुक्त लगातार लाउड होल्डर से उद्धोषणा करते रहे। उन्होंने लोगों से अपील की नमाज समाप्त होने पर सीधे घर जाएं। उसके बाद बाजार आदि खोलें और शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों का सहयोग करें।
ड्रोन से होती रही निगरानी : हलीम कॉलेज चौक के पास एडीसीपी पश्चिम बीबीजीटीएस मूर्ति,एडीसीपी ब्रजेश कुमार श्रीवास्तव और एसीपी सीसामऊ निशांक कुमार शर्मा फोर्स के साथ हलीम चौक,उपद्रव प्रभावित क्षेत्र में लगातार ड्रोन की मदद से निगरानी करते रहे। उपद्रवग्रस्त क्षेत्रों में मकान की छतों पर भी पुलिस मोर्चा संभाले रही।
नई सड़क पर बीते सप्ताह हुए उपद्रव के मद्देनजर शुक्रवार को बाबूपुरवा,बेगम पुरवा,अजीतगंज,नौबस्ता के मछरिया,उस्मानपुर,किदवई नगर के जूही सफेद कालोनी,लाल कालोनी,हरी कालोनी,जूही के परमपुरवा,चमनगंज, बजरिया,कर्नलगंज,कल्याणपुर के सैय्यद नगर,रावतपुरगांव,मसवानपुर की आदर्श नगर मस्जिद,फर्रा मस्जिद,शिव नगर गंज शहीदा,सहकार नगर की नूरी मस्जिद में फोर्स तैनात रही। एसीपी कल्याणपुर दिनेश कुमार शुक्ला गश्त करते रहे। इधर बिठूर के नारामऊ में,कस्बा बिठूर,गोसाइनपुरवा,मंधना दाईपुरवा मस्जिदों में फोर्स तैनात रही और पुलिस टीमें लगातार पैदल गश्त करती रही।