सीएम आरोग्य मेले में नशीली दवाओं के खिलाफ देंगे जनजागरूकता का संदेश



  • 26 जून को मनाया जाएगा नशीले पदार्थों के दुरूपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ अन्तर्राष्ट्रीय दिवस
  • एक युद्ध नशे के विरूद्ध, जीवन को हां ड्रग्स को न जैसे संदेश दिये जाएंगे

गोरखपुर - मुख्यमंत्री आरोग्य मेले में इस रविवार को नशीली दवाओं के खिलाफ भी जनजागरूकता का संदेश दिया जाएगा। मेले में ही 26 जून को नशीले पदार्थों के दुरूपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ अन्तर्राष्ट्रीय दिवस मनाया जाएगा । मेले के दौरान एक युद्ध नशे के विरूद्ध, जीवन को हां ड्रग्स को न जैसे संदेशों के जरिये लोगों का संवेदीकरण होगा । यह जानकारी अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ एएन प्रसाद ने दी । उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार के दिशा-निर्देश पर यह आयोजन किया जाएगा ।

डॉ प्रसाद ने बताया कि मुख्य सचिव के निर्देश के बाद से 12 जून से आशा कार्यकर्ताओं के जरिये जनसमुदाय में नशा से बचने का संदेश दिया जा रहा है। इस संबंध में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार दूबे ने संबंधित अधिकारियों को 26 जून को जनजागरूकता के कार्यक्रम आयोजित करने का निर्देश दिया है। स्वास्थ्य मेले में आने वालों को बताया जाएगा कि नशीली दवाओं और ड्रग्स का सेवन जीवन को बर्बाद कर देता है। युवाओं का भविष्य इससे नष्ट हो जाता है। नशीले पदार्थों के सेवन को रोकना है। साथ ही अगर इनकी उपलब्धता की सूचना मिलती है तो पुलिस की मदद से इनके नेटवर्क को भी ध्वस्त करना है।

एसीएमओ ने बताया कि कोविड काल में नशीली दवाओं का सेवन और भी खतरनाक हो गया है। जो लोग नशीली दवाओं का सेवन करते हैं उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बेहद कम होती है। ऐसे लोगों को कोविड हो जाने पर जान जाने की आशंका कहीं ज्यादा होती है । नशीली दवाओं के दुष्प्रभाव को देखते हुए ही संयुक्त राष्ट्र महासभा ने वर्ष 1987 में अपने संकल्प के माध्यम से 26 जून को यह दिवस मनाने का निर्णय लिया था। इसका लक्ष्य नशीली दवाओं के दुरूपयोग और अवैध तस्करी से मुक्त एक अन्तर्राष्ट्रीय समाज की परिकल्पना है।