जिले में गुरुवार को फिर लगेगी ‘पोषण पाठशाला’



  • इस बार ‘प्रभावी स्तनपान के लिए सही तकनीक’ पर होगी चर्चा
  • वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए पाठशाला में मिलेंगी पोषण पर शिक्षा

कानपुर - बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग द्वारा जन-मानस एवं लाभार्थियों को विभाग की सेवाओं के सम्बन्ध में जागरूक करने के लिए एक बार फिर से कानपुर सहित पूरे प्रदेश में 30 जून (गुरुवार) को ‘पोषण पाठशाला’ का आयोजन किया जाएगा। इस बार कार्यक्रम की मुख्य धीम "प्रभावी स्तनपान हेतु सही तकनीक" निर्धारित की गई है।

जिला कार्यक्रम अधिकारी (डीपीओ) दुर्गेश प्रताप सिंह ने बताया कि शासन से प्राप्त निर्देश के क्रम में एकीकृत बाल विकास परियोजना (आईसीडीएस) की ओर से द्वितीय "पोषण पाठशाला” का आयोजन 30 जून (गुरुवार) को अपरान्ह 12 से दो बजे के मध्य एन०आई०सी० के माध्यम से वीडियो कॉन्फेसिंग द्वारा किया जायेगा । इस पोषण पाठशाला में विभागीय अधिकारियों के अतिरिक्त विषय विशेषज्ञों (केजीएमयू लखनऊ बाल रोग विभाग की प्रो0 डॉ माला कुमार, आरएमएल आईएमएस लखनऊ के पीएसएम विभाग के प्रो0 डॉअरविंद कुमार सिंह एवं यूपीटीएसयू के नर्स मेंटरिंग कार्यक्रम व एफ़आरयू की उपनिदेशक डॉ वंदना सिंह) की ओर से ‘प्रभावी स्तनपान हेतु सही तकनीक’ के सम्बन्ध में हिन्दी में विस्तार से चर्चा करेंगे । वीडियों कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से लाभार्थियों व अन्य द्वारा पूछे गये प्रश्नों का उत्तर दिया जायेगा । इस कार्यक्रम का लाइव वेबकास्ट भी किया जायेगा, जिसकी वेब लिंक https://webcast.gov.in/up/icds है। इस लिंक के माध्यम से लाभार्थी गर्भवती व धात्री महिला एवं आम जनमानस कार्यक्रम से सीधे जुड़ सकते हैं।

जिला कार्यक्रम अधिकारी ने "पोषण पाठशाला" के आयोजन के सम्बन्ध में विस्तृत दिशा-निर्देश समस्त विकास खंड परियोजना व नगर विकास परियोजना के बाल विकास परियोजना अधिकारियों (सीडीपीओ), मुख्य सेविकाओं, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं को जारी कर दिये हैं। इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग की आशा व आशा संगिनी भी वेब लिंक के माध्यम से इस कार्यक्रम से जुड़ेंगी। अग्रिम पंक्ति की समस्त कार्यकर्ताओं को अपने आंगनबाड़ी केंद्र पर कार्यक्रम में सम्मिलित होने के लिए उनके सरकारी मोबाइल पर केंद्रीकृत व्यवस्था (एमडीएम) से लिंक भेज दिया गया है। उन्होने जनमानस एवं लाभार्थियों से अपील की है कि पोषण पाठशाला की लिंक से ज्यादा से ज्यादा लोग जुड़ें और पोषण व स्तनपान के बारे में उपयुक्त जानकारी प्राप्त करें।