प्रधानमन्‍त्री मातृ वन्‍दना योजना के लाभ के लिए अब हेल्‍पलाइन 104 करें डायल



  • योजना के तहत जानकारी लेने के लिए पूर्व में जारी हेल्‍पलाइन बदली गयी
  • योजना में पहली बार गर्भवती होने पर तीन किस्तों में मिलते हैं 5000 रुपये

संतकबीरनगर - पहली बार गर्भवती होने वाली महिलाओं को पोषण के लिए 5000 हजार रुपए का लाभ दिलाने के लिए चलाई जा रही प्रधानमन्‍त्री मातृ वन्‍दना योजना (पीएमएमवीवाई) का हेल्‍पलाइन नम्‍बर बदल गया है। इसके लिए पहले जारी हेल्‍प लाइन नम्बर 7998799804 की जगह गर्भवती को अब सीधे अपने मोबाइल से 104 नम्‍बर डायल करना होगा और उसे सारी जानकारी प्राप्‍त हो जाएगी।

यह जानकारी देते हुए मुख्‍य चिकित्‍सा अधिकारी डॉ अनिरुद्ध कुमार सिंह ने बताया कि पहले योजना से संबंधित जानकारी के लिए दस अंकों का हेल्‍पलाइन नम्‍बर था। इसके चलते लाभार्थियों को असुविधा होती थी। अब पीएमएमवीवाई एवं अन्य स्वास्थ्य सेवाओं के संबंध में जानकारी के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की हेल्पलाइन नम्बर 104 पर सम्पर्क कर सकते हैं सीएमओ ने बताया कि  राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन उत्तर प्रदेश की निदेशक एवं राज्य परिवार नियोजन सेवा अभिनवीकरण परियोजना एजेंसी (सिफ्सा ) की अधिशासी निदेशक अपर्णा उपाध्याय ने पत्र जारी कर यह जानकारी दी है। पीएमएमवीवाई केन्द्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है। यह सिफ्सा  द्वारा संचालित की जाती है। सीएमओ ने निर्देश दिया  किया कि सभी प्रभारी चिकित्‍सा अधिकारी फ्रंट लाइन वर्कर्स व मातृ शिशु कल्‍याण केन्‍द्रों के जरिए यह जानकारी लाभार्थियों तक अवश्‍य पहुंचा दें, ताकि उन्‍हें असुविधा न हो ।

तीन किस्तों में मिलते हैं पांच हजार रुपये : पीएमएमवीवाई की जिला समन्‍वयक सुमन शुक्‍ला बताती हैं कि योजना के तहत पहली बार गर्भवती (मां बनने) होने पर महिला को तीन किस्तों में पांच हजार रुपये दिए जाते हैं,  प्रसव चाहे सरकारी या निजी अस्पताल में कराया गया हो। पंजीकरण के लिए माता-पिता का आधार कार्ड और मां की बैंक पासबुक की फोटो कापी जरूरी है। मां का बैंक अकाउंट ज्वाइंट नहीं होना चाहिये। निजी अकाउंट ही मान्य होगा। यदि बच्चे का जन्म हो चुका है तो मां और बच्चे दोनों के टीकाकरण का प्रमाणिक पर्चा होना जरूरी है। पंजीकरण कराने के साथ ही गर्भवती को प्रथम किस्त के रूप में 1000 रुपये दिए जाते हैं। प्रसव पूर्व कम से कम एक जाँच होने पर दूसरी किस्त के रूप में (गर्भावस्था के छह माह बाद) 2000 रुपये और बच्चे के जन्म का पंजीकरण होने और बच्चे के प्रथम चक्र का टीकाकरण पूरा होने पर तीसरी किस्त के रूप में 2000 रुपये दिए जाते हैं। यह सभी भुगतान गर्भवती के बैंक खाते में ही किये जाते हैं।

104 हेल्‍पलाइन पर मिलेंगी और भी जानकारियां : प्रधानमन्‍त्री मातृ वन्‍दना योजना के सह समन्‍वयक रितेश चौरसिया ने बताया कि राष्‍ट्रीय स्‍वास्‍थ्‍य मिशन की  हेल्‍पलाइन नं 104 डायल करने पर लाभार्थी के सामने तीन विकल्‍प होंगे। इसमें पहले विकल्‍प में एक नम्‍बर दबाकर वह अपने सामान्‍य स्‍वास्‍थ्‍य के बारे में जानकारी प्राप्‍त कर सकता है। इसके साथ ही अगर किसी गर्भवती की मौत हो गयी है तो इसके बारे में भी सूचना दे सकता है। विकल्‍प में दो नम्‍बर दबाकर वह परिवार नियोजन के सम्‍बन्‍ध में सारी जानकारियों जैसे स्‍थायी व अस्‍थायी गर्भ निरोधक साधन, परिवार नियोजन के लाभ के साथ ही विशेषज्ञों का परामर्श भी प्राप्‍त कर सकता है। विकल्‍प में तीसरा नम्‍बर दबाकर वह प्रधानमन्‍त्री मातृ वन्‍दना योजना के बारे में अपनी समस्‍त जानकारियों को प्राप्‍त कर सकता है।

प्रीति ने किया मिले धन का सदुपयोग : खलीलाबाद ब्‍लॉक के बनियाबारी निवासी प्रीति ( 22 वर्ष )  ने बताया कि उन्‍हें फरवरी माह में प्रसव हुआ था। 29 अप्रैल तक उन्‍हें प्रधानमन्‍त्री मातृ वन्‍दना योजना की तीनों किस्त के रुप में 5000 रुपए मिले। इसका उपयोग उन्‍होने खुद के पोषण के लिए किया। पैसे से फल, मेवे तथा अन्‍य सामान लिए। इससे उनके पति पर भी आर्थिक बोझ कम पड़ा । उनका बेटा अब 6 महीने का हो चुका है। उसका नियमित टीकाकरण कराया जा रहा है।

जिले में 49000 को मिला लाभ : कार्यक्रम के जिला सह समन्‍वयक बताते हैं कि प्रधानमन्‍त्री मातृत्‍व वन्‍दना योजना जनवरी 2017 से शुरु हुई थी। इस योजना में अब तक 49537 लाभार्थियों को कुल 2.47 करोड़ रू का लाभ दिया जा चुका है ।