लखनऊ में स्वच्छता सुधार की बड़ी पहल : नगर आयुक्त गौरव कुमार ने रात में की विस्तृत समीक्षा, 24 बिंदुओं पर तुरंत कार्रवाई के निर्देश



लखनऊ ।  शहर की स्वच्छता व्यवस्था को और मजबूत एवं प्रभावी बनाने के उद्देश्य से नगर निगम में शनिवार देर रात नगर आयुक्त गौरव कुमार की अध्यक्षता में महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में अपर नगर आयुक्त, उप नगर आयुक्त, चीफ इंजीनियर (सिविल व आरआर), जोनल अधिकारी, जोनल सेनेटरी अधिकारी, अधिशासी अभियंता, एलएसए-एलएसजी प्रतिनिधि तथा स्वच्छ भारत मिशन की टीम सहित सभी संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे। नगर आयुक्त ने कहा कि शहर की स्वच्छता व्यवस्था को गति देने के लिए अब किसी प्रकार की देरी या लापरवाही स्वीकार नहीं होगी। इसी क्रम में उन्होंने 24 प्रमुख स्वच्छता कार्यों पर त्वरित कार्रवाई करने का निर्देश दिया और सभी अधिकारियों को तय समयसीमा में काम पूरा करने की सख्त हिदायत दी।

बैठक की शुरुआत जोनवार मॉडल वार्ड विकसित करने की रणनीति से हुई। नगर आयुक्त ने बताया कि शहर में चिन्हित किए गए 81 उत्कृष्ट सार्वजनिक शौचालय स्वच्छता व्यवस्था के महत्वपूर्ण केंद्र हैं। उन्होंने समीक्षा के दौरान पाया कि इन शौचालयों में अभी पेंटिंग का कार्य शेष है। इस पर उन्होंने तत्काल निर्देश दिया कि पेंटिंग और अन्य मामूली मरम्मत जल्द से जल्द पूरी की जाए। जिन शौचालयों की संरचना कमजोर है, उनके ध्वस्तीकरण की अनुमति केवल संयुक्त निरीक्षण और औपचारिक घोषणा के बाद ही दी जाएगी। आयुक्त ने यह भी स्पष्ट किया कि 25 दिसंबर तक शहर के सभी सार्वजनिक शौचालय पूर्णत: दुरुस्त और उपयोग योग्य होने चाहिए। उन्होंने कहा कि वह खुद इन 81 उत्कृष्ट शौचालयों का रैंडम निरीक्षण करेंगे, इसलिए गुणवत्तापूर्ण कार्य सुनिश्चित होना चाहिए। 

समीक्षा बैठक का बड़ा हिस्सा शहर में कचरा निस्तारण, नाला-नाली सफाई और अतिक्रमण हटाने से जुड़ी चुनौतियों पर केंद्रित रहा। नगर आयुक्त ने निर्देश दिया कि निर्माण एवं ध्वस्तीकरण (C&D) कचरा निपटान के सभी स्थानों को तुरंत मॉडल स्वरूप में साफ किया जाए। उन्होंने नाला और नाली सफाई अभियान को और तेज करने को कहा, ताकि जलभराव और रुकावट की समस्या कहीं भी ना उत्पन्न हो। शहर में स्टॉर्म वाटर ड्रेन (SWD) पर हुए सभी अतिक्रमण तुरंत हटाने के निर्देश दिए गए। इसके साथ ही कई स्थानों पर लगे पुराने RC बिन को हटाने और अनधिकृत डंपिंग पॉइंट्स को पूरी तरह समाप्त करने का आदेश दिया गया। उन्होंने कठोर चेतावनी देते हुए कहा कि किसी भी हालत में एक वार्ड का कचरा दूसरे वार्ड में डंप नहीं किया जाएगा।

नगर आयुक्त ने बैठक में डेटा मॉनिटरिंग और रिपोर्टिंग व्यवस्था को भी मजबूत करने पर जोर दिया। उन्होंने जोनल अधिकारियों एवं ZSO से कहा कि हाउसहोल्ड कवरेज और नए हाउसहोल्ड जोड़ने से संबंधित अद्यतन डेटा अगली सुबह तक उपलब्ध कराया जाए। साथ ही यह भी प्रस्तुत किया जाए कि कितनी कचरा संग्रहण गाड़ियाँ बढ़ाई गई हैं और यूजर चार्ज कलेक्शन (UCC) में कितनी वृद्धि दर्ज हुई है। उन्होंने शिक्षा विभाग से संबंधित विद्यालयों के सर्वे को भी प्राथमिकता देने और जहां मरम्मत की आवश्यकता है, उसे तत्काल पूरा कराने के निर्देश दिए। स्वच्छता कार्यों के साथ शहर के सौंदर्यीकरण पर भी नगर आयुक्त ने विशेष जोर दिया। उन्होंने पूर्व में साझा की गई येलो स्पॉट सूची के अनुसार सभी स्थानों पर तेज गति से कार्य शुरू करने को कहा और मंगलवार तक सभी जोनल अधिकारियों को अपने–अपने क्षेत्र के येलो स्पॉट को पूरी तरह बदलकर स्वच्छ और सुंदर रूप में प्रस्तुत करने का निर्देश दिया। चीफ इंजीनियर को इन स्थानों के सौंदर्यीकरण का कार्य जल्द से जल्द आरंभ कराने को कहा गया। इसके अलावा नगर आयुक्त ने शहर में RRR (Reduce–Reuse–Recycle) सेंटरों के सर्वे और उन्हें सक्रिय करने का दायित्व ZSO को सौंपा। उन्होंने कहा कि शहर में वेस्ट टू वंडर मॉडल स्थापित करने के लिए स्थान चिन्हित किए जा रहे हैं और यह परियोजना जल्द शुरू की जाएगी। उन्होंने निर्देश दिया कि इस कार्य की मॉनिटरिंग निरंतर की जाए ताकि जल्द ही इसका जमीन पर स्पष्ट प्रभाव दिखाई देबैठक के समापन पर नगर आयुक्त गौरव कुमार ने स्पष्ट चेतावनी दी कि स्वच्छता व्यवस्था में किसी भी तरह की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि लखनऊ को स्वच्छ, सुंदर और सुव्यवस्थित शहर के रूप में विकसित करना हमारी प्राथमिकता है और इसके लिए सभी अधिकारियों को पूरी जिम्मेदारी और सक्रियता से कार्य करना होगा।