- जिले के सभी नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर होगा आयोजन
- परिवार नियोजन सेवाओं की स्वीकार्यता व जागरूकता बढाने की पीएसआई पहल
हरदोई - नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र(यूपीएचसी) आलूथोक उत्तरी परगुरूवार को स्वास्थ्य विभाग के तत्वावधान में स्वयंसेवी संस्था पॉपुलेशन सर्विसेज इंटरनेशनल (पीएसआई) इंडिया के सहयोग से परिवार नियोजन के अस्थायी साधनों की स्वीकार्यता बढाने और जागरूकता के लिए नियत सेवा दिवस(एफडीएस)का आयोजन किया गया | नियत सेवा दिवस का उद्घाटन राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन के नोडल अधिकारी डा.अखिलेश बाजपेयी ने किया | उन्होंने कहा कि एफडीएस के माध्यम से इच्छुक लाभार्थियों को परिवार नियोजन के अस्थायी साधन जैसे - त्रैमासिक गर्भनिरोधक इंजेक्शन अंतरा, आईयूसीडी सहित अन्य साधन उपलब्ध कराए जा रहे हैं| इसकेसाथ ही उनको परिवार सीमित रखने के फ़ायदों के बारे में भी बताया जा रहा है |
डॉ. बाजपेयी ने कहा कि अब सभी नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर प्रत्येक बृहस्पतिवार को परिवार नियोजन के अस्थायी साधन की सेवाओं को उपलब्ध कराने के लिए नियत सेवा दिवस का आयोजन किया जाएगा | इससे इच्छुक लाभार्थियों को घर के समीप ही सुविधाएं मिल सकेंगी | इसके लिए उन्हें इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा | लाभार्थियों को सेवाएं देने के साथ ही उनको परामर्श भी दिया जाएगा |
नोडल अधिकारी ने बताया कि शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर अभी तक बास्केट ऑफ च्वाइस के तहत लाभार्थियों को आकस्मिक गर्भनिरोधक गोलियां, साप्ताहिक गर्भनिरोधक गोली छाया और कंडोम ही दिए जाते थे लेकिन अब आईयूसीडी और त्रैमासिक गर्भनिरोध इंजेक्शन अंतरा की सुविधा भी मिलेगी |
आईयूसीडी एक छोटा “T” आकार का लचीला साधन है जिसे गर्भाशय के अंदर लगाया जाता है | यह महिलाओं के लिए एक असरदार व लंबी अवधि के लिये गर्भनिरोधक साधन है | यह दस साल और पाँच साल के लिए प्रभावी होता है | इसे अपनाकर महिलाएं लंबे समय तक गर्भधारण से बच सकती हैं | वह जब चाहें इसे निकलवा भी सकती हैं | आईयूसीडी निकाले जाने के बाद महिला पुनः गर्भधारण कर सकती है | महिलाएं प्रसव के तुरंत बाद आईयूसीडी लगवा सकती हैं | इसे पोस्टपार्टम इंट्रायूटेराईन कोंट्रासेपटिव डिवाइस(पीपीआईयूसीडी) कहते हैं | इसके अलावा महिलाएं गर्भपात के तुरंत बाद या 12 दिन के अंदर कभी भी लगवा सकती हैं बशर्ते योनि में संक्रमण न हो | इसके साथ ही माहवारी शुरू होने के पहले दिन से 12 दिन के अंदर तथा असुरक्षित संभोग होने पर उसी दिन से लेकर पांच दिन के अंदर लगायी जा सकती है | यह आपातकालीन गर्भनिरोधक की तरह कार्य करती है |
त्रैमासिक गर्भनिरोधक इंजेक्शन अंतरा हर तीन माह पर महिलाओं को लगाया जाता है | यह परिवार नियोजन का प्रभावशाली उपाय है | यह प्रसव होने के तुरंत बाद, छह सप्ताह के बाद, गर्भपात होने के तुरंत बाद या सात दिन के अंदर लगवाया जा सकता है |
आलूथोक उत्तरी यूपीएचसी की प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. पूजा वर्मा ने बताया कि सभी पाँचों यूपीएचसी पर नियत सेवा दिवस के अलावा अन्य दिनों में भी परिवार नियोजन की सेवाएं लाभार्थियों हेतु उपलब्ध रहेंगी |
उन्होंने बताया कि इस अवसर पर 45 महिलाओं ने आईयूसीडी, त्रैमासिक गर्भनिरोधक अंतरा इंजेक्शन सहित अन्य साधनों को अपनाया | इस अवसर पर शहरी स्वास्थ्य समन्वयक आसित श्रीवास्तव, यूपीचसी का मेडिकल एवं पैरामेडिकल स्टाफ, पीएसआई इंडिया से धर्मेन्द्र सिंह, गणेश शुक्ला और अमित कुमार उपस्थित रहे|