ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों को रुग्णता प्रबंधन पर दिया गया प्रशिक्षण



  • फाइलेरिया मरीजों को घर पर ही वाशिंग,ड्राइंग का तरीका सिखाया

कानपुर नगर  - फाइलेरिया उन्मूलन को लेकर स्वास्थ्य विभाग लगातार विभिन्न कार्यक्रम चला रहा है। इसी क्रम में जनपद के एक स्थानीय होटल में गुरुवार को स्वास्थ्य विभाग के तत्वावधान में ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों को रुग्णता प्रबंधन पर प्रशिक्षण दिया गया| उन्हें फाइलेरिया प्रभावित मरीजों को अपने घर पर ही वाशिंग और ड्राइंग करने का तरीका बताया गया। इस दौरान मौजूद फायलेरिया रोगियों को प्लास्टिक की बाल्टी, मग, साबुन, तौलिया तथा क्रैप बैंडेज दी। साथ ही उन्हें नियमित तौर पर व्यायाम करते रहने की सलाह दी गई |

राष्ट्रीय वैक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत यह प्रशिक्षण विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के सहयोग से किया गया था। इसमें न सिर्फ लोगों को प्रशिक्षण दिया गया, बल्कि मरीज को लाकर उनका डेमो भी करवाया गया। जिले में इस तरह का यह पहला प्रशिक्षण था। प्रशिक्षण के दौरान संचारी रोगों के नोडल अधिकारी डॉ सुबोध प्रकाश ने ने फाइलेरिया के बारे में विस्तार से जानकारी दी। लोगों का यह भी मानना है कि यह बीमारी किसी भूत – प्रेत का साया है या कोई चीज लांघ गए थे इसलिए हुई है, जबकि ऐसा नहीं है| लोगों को इस बात के लिए जागरूक करें कि यह केवल मच्छर जनित बीमारी है और इससे बचा जा सकता है|

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अलोक रंजन ने कहा कि जब भी फाइलेरिया उन्मूलन अभियान चले और आपके घर पर टीम आये तो उससे दवा लेकर खानी है फेंकनी नहीं है| यह दवा फाइलेरिया रोग से आपको बचा सकती है |जिसको एक बार यह हो जाता है, उसका कोई भी इलाज नहीं है | जिला मलेरिया अधिकारी के पी दिवेदी ने बताया कि इस किट का वितरण सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों से भी किया जायेगा जिस किसी को इस रोग की शिकायत हो वह सम्बंधित सीएचसी पर जाकर इस किट को प्राप्त कर सकता है | जब भी किट लेने आयें अपना आधार कार्ड साथ लेकर आयें |जिला मलेरिया अधिकारी ने बताया कि इस बीमारी को लेकर भ्रांति है कि रात में चावल, बैंगन का सेवन नहीं करना चाहिए| इससे फाइलेरिया ग्रसित शरीर के पैरों या अन्य किसी भाग में सूजन बढ़ जाती है जबकि ऐसा नहीं है| किसी भी खाद्य पदार्थ के सेवन की मनाही नहीं है, आप कुछ भी खा सकते हैं|

डब्ल्यूएचओ एनटीडी के राज्य समन्वयक डॉ तनुज ने फाइलेरिया रोगियों के रोग प्रबंधन एवं विकलांगता की रोकथाम के बारे में बताया। डब्ल्यूएचओ एनटीडी के ज़ोनल कोऑर्डीनेटर डॉ नित्यानंद ने फाइलेरिया से जुड़े विभिन्न विषयों पर प्रेजेंटेशन के माध्यम से जानकारी दी। पाथ संस्था के रीजनल कोऑर्डीनेटर डॉ मानस ने ब्लॉक कल्याणपुर के फाईलेरिया नेटवर्क सदस्य फाइलेरिया रोगी कृष्णा सनेही पर रोग प्रबंधन एवं विकलांगता रोकथाम का डेमो दिया। दोनों लगभग 20 वर्षों से इस बीमारी से ग्रसित हैं। दोनों ने ही अपने अपने अनुभव साझा किये और व्यायाम करके दिखाया।

मौके पर नगरीय मलेरिया अधिकारी, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, समस्त ब्लॉक के चिकित्सा अधीक्षक, प्रभारी चिकित्सा अधिकारी, मलेरिया निरीक्षक, मलेरिया तकनीकि पर्यवेक्षक, स्वास्थ्य निरीक्षक एवं एमपीडब्लू और आईवीएम समन्वयक सीताराम चौधरी और सीएफएआर के जिला समन्वयक प्रसून द्विवेदी शामिल थे।